हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार एवं अभिनेत्री कंगना रनौत को सोमवार को लाहौल-स्पीति के काजा में स्थानीय लोगों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाए। भाजपा की हिमाचल प्रदेश इकाई ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) के पास शिकायत दर्ज करा निर्वाचन अधिकारियों के तबादले और घटना की जांच की मांग की कि आखिर भाजपा और कांग्रेस दोनों को बिल्कुल पास में ही रैलियां करने की अनुमति कैसे दे दी गई? कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कंगना के विरोध में नारे लगाए-‘‘कंगना, वापस जाओ, कंगना वंगना नहीं चलेगी’’।
दलाई लामा को लेकर कंगना ने पोस्ट किया था 'मीम'
वे जाहिर तौर पर पिछले साल अप्रैल में तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा पर की गई उनकी टिप्पणी से नाराज हैं। रनौत ने दलाई लामा को लेकर एक ‘मीम’ सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा था, ‘‘व्हाइट हाउस में दलाई लामा का गर्मजोशी से स्वागत किया गया’’। पोस्ट के साथ एक तस्वीर भी साझा की गई जिसमें छेड़छाड़ कर दलाई लामा को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ जीभ बाहर निकालते हुए दिखाया गया। इसके साथ ही तस्वीर पर टिप्पणी की- दोनों को एक ही बीमारी है, निश्चित रूप से इसीलिए दोनों दोस्त हो सकते हैं। बाद में उन्होंने माफी मांगते हुए कहा कि उनका इरादा किसी को ठेस पहुंचाने का नहीं था और यह बाइडन की दलाई लामा के साथ दोस्ती के बारे में महज एक मजाक था।
हिमाचल में कंगना का काफिला घेरा
भाजपा के खातिर प्रचार के लिए रनौत के साथ काजा गए हिमाचल प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सोमवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा की बैठक में खलल डालने की कोशिश की और जब वे लौट रहे थे तो उनके काफिले पर पथराव किया। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘पहली बार ऐसा हुआ है, यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। कांग्रेस को उसी स्थान पर रैली करने की अनुमति दी गई, जहां भाजपा को रैली आयोजित करने के लिए पहले ही अनुमति दी जा चुकी थी। हमारी रैली में खलल डालने की कोशिश की गई और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शर्मनाक नारे लगाए, हमारे काफिले को रोका गया और पथराव किया जिसमें एक व्यक्ति घायल हो गया।’’
भाजपा ने सीईओ से शिकायत की
ठाकुर ने कहा कि वह पूरे राज्य में प्रचार के लिए जाते हैं लेकिन ऐसी हरकत पहली बार हुई है जो कांग्रेस की ‘‘हताशा’’ को दर्शाती है। हिमाचल प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के पास दायर एक शिकायत में भाजपा के राज्य कार्यालय सचिव प्रमोद कुमार ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर राजनीतिक जुलूस को अवैध तरीके से रोकने की कोशिश की तथा पथराव भी किया। उन्होंने घटना की जांच की मांग की। उन्होंने कहा, ‘‘जिला प्रशासन ने आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए राज्य सरकार के प्रभाव में काजा में भाजपा की राजनीतिक बैठक आयोजित करने के लिए पहले से निर्धारित स्थान के नजदीक में कांग्रेस को राजनीतिक बैठक आयोजित करने की अनुमति दे दी।’’ शिकायत में, भाजपा ने लाहौल और स्पीति से निर्वाचन अधिकारियों के तत्काल तबादले की मांग की और कहा कि एक ही समय में एक ही स्थान पर दोनों दलों को अनुमति देना एक ‘‘बड़ी चूक’’ है।
लाहौल और स्पीति के पुलिस अधीक्षक मयंक चौधरी ने बताया कि भाजपा और कांग्रेस दोनों के कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए लेकिन कोई झड़प नहीं हुई तथा कोई भी व्यक्ति घायल नहीं हुआ। उन्होंने बताया कि हालांकि एक कार्यकर्ता के पैर में मोच आई है।
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