लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पीएम नरेंद्र मोदी सोमवार को चुनाव प्रचार करने के लिए छत्तीसगढ़ के बस्तर पहुंचे। यहां उन्होंने जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि आजादी के बाद दशकों तक गरीब की जरूरतों को कांग्रेस की सरकारों ने नजरअंदाज किया। कांग्रेस ने कभी गरीबी की चिंता नहीं की, उसकी परेशानियों को नहीं समझा। कांग्रेस परिवार के अमीरों को कभी महंगाई का मतलब समझ ही नहीं आया। उन्होंने कहा कि 2014 से पहले लाखों करोड़ों रुपये के घोटाले होते थे। कांग्रेस की सरकार में दिल्ली से एक रुपया निकलता था और सिर्फ 15 पैसे गांव में पहुंचते थे। बीच में कांग्रेस 80 पैसे खुद लूट लेती थी।
कांग्रेस पर बरसे पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए आगे कहा कि मैंने कांग्रेस की लूट की इस व्यवस्था को बंद कर दिया है। भाजपा सरकार ने अपने 10 साल में 34 लाख करोड़ रुपये सीधे लाभार्थियों के बैंक खाते में भेजे हैं। आजादी के बाद से कांग्रेस समझती थी कि उसे देश को लूटने का लाइसेंस मिला हुआ है। 2014 में सरकार में आने के बाद मोदी ने कांग्रेस की लूट का लाइसेंस ही कैंसिल कर दिया है। उन्होंने आगे कहा, 'मोदी ने जब घोटालेबाजों का रास्ता रोका, जब बिचौलियों की कमाई बंद की, तबसे इनका पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया है। ये मोदी पर भड़के हुए हैं। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के भ्रष्टाचार पर आज कड़ी कार्रवाई हो रही है। यहां के युवाओं को जिन्होंने धोखा दिया है, उनकी तेजी से जांच चल रही है।'
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस को बताया शाही परिवार
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि अब नाराज होकर ये लाठी से मोदी का सिर फोड़ने की धमकी दे रहे हैं। मोदी गरीब का बेटा है, सिर ऊंचा रखकर चलता है, मैं इनकी धमकियों से डरने वाला नहीं हूं। मोदी के लिए तो मेरा भारत, मेरा परिवार है। मैं अपने देश को, अपने परिवार को लूटपाट से बचाने में जुटा हूं। ये मोदी को कितनी भी धमकियां दे दें, भ्रष्टाचारियों को जेल जाना ही पड़ेगा। ये मोदी की गारंटी है। 500 साल बाद ये सपना पूरा हुआ, तो इसकी सबसे अधिक खुशी प्रभु राम के ननिहाल छत्तीसगढ़ को होना बहुत स्वाभाविक है लेकिन कांग्रेस और INDI गठबंधन राम मंदिर बनने से बहुत नाराज हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शाही परिवार ने राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का न्यौता ठुकरा दिया। कांग्रेस के जिन नेताओं ने इस कदम को गलत बताया, उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया। ये दिखाता है कि कांग्रेस तुष्टिकरण के लिए किसी भी हद को पार कर सकती है।