मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में से एक अहम सीट है, जिसका नाम छिंदवाड़ा है। छिंदवाड़ा लोकसभा सीट कांग्रेस का गढ़ मानी जाती है। इस सीट पर होने वाले लोकसभा चुनाव में हमेशा से कांग्रेस को जीत मिलती रही है। हालांकि साल 1997 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा के सुंदरलाल पटवा ने जीत दर्ज की थी। इसके बाद फिर से इस सीट पर कमलनाथ ने कब्जा कर लिया। बता दें कि वर्तमान में इस सीट से नकुलनाथ सांसद हैं, जो कि कमलनाथ के बेटे हैं। भाजपा द्वारा लोकसभा चुनाव में हमेशा कांग्रेस के किले को ढहाने की कोशिश की जाती है, लेकिन भाजपा को यहां मुंह की खानी पड़ती है। हालांकि अब देखना ये है कि क्या लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा इस सीट पर कुछ कमाल कर पाएगी।
साल 2014 के चुनाव के नतीजे क्या थे?
अगर लोकसभा चुनाव 2014 की बात करें तो यहां कांग्रेस के टिकट पर कमलनाथ, भाजपा के टिकट पर चंद्रभान कुबेर सिंह, जीजीपी के टिकट पर परदेसी हरताप शाहर तीरगाम, बसपा के टिकट पर नितिन कुमार साहू चुनावी मैदान में थे। इस दौरान कमलनाथ को 5,59,755 वोट मिले थे। वहीं भाजपा के उम्मीदवार को 4,43,218 वोट मिले थे। इस दौरान कमलनाथ ने जीत दर्ज की थी।
2014 में वोटर्स की संख्या कितनी थी?
छिंदवाड़ा लोकसभा सीट पर अगर मतदाताओं की बात करें तो यहां मतदाताओं की कुल आबादी 15,14,783 है। इस सीट पर पुरुष मतदाताओं की आबादी 7,73,873 है और महिला मतदाताओं की आबादी 7,40,892 है।
साल 2019 के चुनाव के नतीजे क्या थे?
लोकसभा चुनाव 2019 की अगर बात करें तो इस समय तक कमलनाथ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री थे और छिंदवाड़ा लोकसभा सीट पर उनके बेटे नकुलनाथ को कांग्रेस ने उतारा था। इस सीट से भाजपा ने नाथान शाह को टिकट दिया था। इस दौरान नकुलनाथ को 5,47,305 और नाथान शाह को 5,09,769 वोट मिले थे। वर्तमान में इस सीट से नकुलनाथ ही सांसद हैं।
साल 2009 में क्या थे चुनाव के नतीजे?
लोकसभा चुनाव 2009 की बात करें तो इस दौरान कमलनाथ कांग्रेस के टिकट पर चुनावी मैदान में थे। वहीं भाजपा के टिकट पर मारोत राव खावासे, बसपा के टिकट पर राव साहेब शिंदे चुनावी मैदान में थे। कमलनाथ को इस दौरान 4,09,736 वोट मिले थे। वहीं भाजपा के उम्मीदवार को 2,88,516 वोट मिले थे। इस चुनाव में भी कमलनाथ को जीत मिली थी।