नई दिल्ली: तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ लगे ‘रिश्वत लेकर सवाल पूछने’ के आरोप के मामले में लोकसभा की एथिक्स कमिटी गंभीर रुख अपना सकती है। बृहस्पतिवार को एथिक्स कमिटी की बैठक होगी जिसमें एक ड्राफ्ट रिपोर्ट मंजूर की जा सकती है। बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने मोइत्रा के खिलाफ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से शिकायत की थी। उन्होंने महुआ मोइत्रा पर उपहार के बदले बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी के इशारे पर अडानी समूह को निशाना बनाने के लिए लोकसभा में सवाल पूछने का आरोप लगाया था। इस 15 सदस्यीय कमिटी में बीजेपी के सात, कांग्रेस के तीन और बसपा, शिवसेना, वाईएसआर कांग्रेस पार्टी, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी और जनता दल (यूनाइटेड) के एक-एक सदस्य हैं।
पिछली बैठक में महुआ ने लगाए थे गंभीर आरोप
कमिटी द्वारा महुआ मोइत्रा के खिलाफ आरोपों पर गंभीर रुख अपनाने की संभावना है, खासकर तब जब पिछली बैठक में विपक्षी सदस्यों के साथ गुस्से में बाहर निकलने से पहले तृणमूल कांग्रेस की सांसद ने कमिटी के प्रमुख विनोद कुमार सोनकर पर अशोभनीय और व्यक्तिगत सवाल पूछने का आरोप लगाया था। ऐसे संकेत मिले हैं कि विपक्षी सदस्यों के असहमति नोट दिए जाने की संभावना के बीच समिति लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को अपनी रिपोर्ट में तृणमूल कांग्रेस सांसद के खिलाफ सिफारिश कर सकती है।
व्यक्तिगत और अशोभनीय सवाल पूछने का आरोप
कांग्रेस सूत्रों ने कहा कि इसके सदस्य एन उत्तम कुमार रेड्डी और वी वैथिलिंगम असहमति नोट सौंपेंगे। कांग्रेस कोटे से समिति की तीसरी सदस्य परनीत कौर है जो पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की पत्नी हैं। अमरिंदर सिंह कांग्रेस छोड़ चुके हैं। बीएसप सदस्य कुंवर दानिश अली भी अपना असहमति नोट दे सकते हैं। गत दो नवंबर को समिति की बैठक में मौजूद सभी पांच विपक्षी सदस्य यह आरोप लगाते हुए बैठक से बाहर चले गए थे कि सोनकर ने मोइत्रा की यात्रा, होटल में ठहरने और टेलीफोन पर बात करने के संबंध में उनसे व्यक्तिगत और अशोभनीय सवाल पूछे थे।
महुआ मोइत्रा ने चीरहरण का लगाया था आरोप
महुआ मोइत्रा ने बैठक के बाद आरोप लगाया कि उनका एक तरह से ‘‘वस्त्रहरण’’ किया गया। समिति अध्यक्ष ने विपक्षी सदस्यों के दावों को खारिज करते हुए कहा था कि यह सब तृणमूल कांग्रेस की सांसद को बचाने के लिए किया गया। भाजपा सांसद सांसद निशिकांत दुबे ने मोइत्रा पर रिश्वत के बदले कारोबारी दर्शन हीरानंदानी के इशारे पर अडाणी समूह को निशाना बनाने के लिए लोकसभा में सवाल पूछने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि यह हीरानंदानी ही थे जिन्होंने मोइत्रा के सांसद वाले लॉगिन का उपयोग विभिन्न स्थानों, ज्यादातर दुबई से प्रश्न दर्ज करने के लिए किया था। मोइत्रा ने स्वीकार किया है कि हीरानंदानी ने उनके लॉगिन का उपयोग किया, हालांकि उन्होंने किसी तरह के आर्थिक लाभ के आरोप को खारिज किया है। तृणमूल कांग्रेस की सांसद का कहना है कि अधिकतर सांसद अपने लॉगिन का विवरण दूसरों के साथ साझा करते हैं। (इनपुट-भाषा)