लोकसभा में सोमवार और मंगलवार को नवनिर्वाचित सांसदों का शपथ ग्रहण का कार्यक्रम हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर विभिन्न केंद्रीय मंत्रियों, सत्ता और विपक्षी दल के सांसदों ने शपथ ली है। सांसदों के शपथ ग्रहण के संपन्न होने के बाद अब समय लोकसभा के अध्यक्ष या स्पीकर को चुने जाने का है। बीते लंबे समय से संसद में लोकसभा के अध्यक्ष या स्पीकर बिना किसी विरोध के ही चुने जाते रहे हैं। हालांकि, इस बार विपक्षी दलों ने भी अपना उम्मीदवार मैदान में उतारा है। सत्ता पक्ष भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन की ओर से ओम बिरला तो वहीं, विपक्षी दलों की ओर से कोडिकुनिल सुरेश स्पीकर पद का चुनाव लड़ रहे हैं। आज बुधवार को स्पीकर पद के लिए वोटिंग होगी।
क्या है सदन का समीकरण?
लोकसभा में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन के पास 293 सांसद हैं और विपक्षी गठबंधन INDIA के पास 233 सदस्य हैं। माना जा रहा है कि विपक्ष को 3 निर्दलीय सांसदों का भी साथ मिल सकता है। वहीं, एनडीए को भी कई निर्दलीय और छोटे राजनीतिक दल अपना समर्थन दे सकते हैं। भाजपा के सहयोगी टीडीपी और जेडीयू ने भी पूरी तरह से ओम बिरला के समर्थन की बात कही है। माना जा रहा है कि ओम बिरला एक बार फिर से लोकसभा अध्यक्ष बनने में कामयाब रहेंगे। आपको बता दें कि राहुल गांधी के वायनाड से इस्तीफा देने के बाद सदन में कुल सदस्यों की संख्या 542 है।
ऐतिहासिक होगा चुनाव
बुधवार को लोकसभा के स्पीकर पद का चुनाव अपने आप में ऐतिहासिक होने वाला है। 1976 के बाद इस तरह का पहला मौका होगा जब स्पीकर के लिए चुनाव होगा। इससे पहले स्वतंत्र भारत में लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए केवल तीन बार 1952, 1967 और 1976 में चुनाव हुए। आजादी के बाद से सिर्फ एम ए अय्यंगार, जी एस ढिल्लों, बलराम जाखड़ और जी एम सी बालयोगी ने अगली लोकसभाओं में भी अध्यक्ष पद को बरकरार रखा है।
पक्ष और विपक्ष में नहीं बनी बात
जानकारी के मुताबिक, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के संसद भवन स्थित कार्यालय में कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल और द्रमुक के टी आर बालू, गृह मंत्री अमित शाह तथा स्वास्थ्य मंत्री और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के बीच स्पीकर पद के मुद्दे पर आम-सहमति बनाने के उद्देश्य से बातचीत हुई। हालांकि, दोनों पक्ष अपने रुख पर अड़े रहे और इसका कोई नतीजा नहीं निकला। वेणुगोपाल ने आरोप लगाया कि सरकार ने उपाध्यक्ष पद विपक्ष को देने की प्रतिबद्धता नहीं जताई।
सांसदों को व्हिप जारी
भाजपा ने अपने सभी सांसदों को तीन लाइन का व्हिप जारी कर के बुधवार 26 जून को संसद में उपस्थित रहने का आदेश दिया है। कल सुबह मोदी सरकार के मंत्री/सीनियर नेता अपने अपने राज्य के गठबंधन सांसदों को सुबह नाश्ते पर बुलाकर उन्हें वोटिंग प्रकिया के बारे में ब्रीफ करेंगे। वहीं, कांग्रेस ने भी मंगलवार को अपने सांसदों को तीन लाइन का व्हिप जारी कर कहा कि वे लोकसभा अध्यक्ष पद के चुनाव के दौरान बुधवार को सुबह 11 बजे से सदन में उपस्थित रहें। (इनपुट: भाषा)
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