एर्नाकुलम: कांग्रेस नेता राहुल गांधी केरल के वायनाड से चुनावी ताल ठोक रहे हैं। लेकिन उन्होंने केरल को ही अपनी चुनावी कर्मभूमि क्यों चुना? इस सवाल का जवाब कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने दिया है। शिवकुमार ने बताया, 'एक दिन मैंने राहुल गांधी से पूछा कि आपने केरल को क्यों चुना, आप कर्नाटक में चुनाव लड़ सकते थे, या आप देश के अन्य हिस्सों से भी चुनाव लड़ सकते थे। इस पर राहुल ने कहा कि केरल साहस की भूमि है, केरल सद्भाव की भूमि है, केरल शांति की भूमि है, केरल प्रतिबद्धता की भूमि है, केरल के लोग बहुत वफादार हैं, इसलिए मैंने सोचा कि मुझे केरल को चुनना चाहिए।'
वायनाड में राहुल के लिए सरल नहीं होगी राह
वायनाड में इस बार राहुल के मुकाबले में मजबूत प्रत्याशी उतारे गए हैं। एक तरफ सीपीआई महासचिव डी राजा की पत्नी एनी राजा वायनाड से चुनाव लड़ रही हैं, वहीं दूसरी तरफ बीजेपी ने भी प्रदेश अध्यक्ष के सुरेंद्रन को मैदान में उतारा है। ऐसे में देखना रोचक होगा कि राहुल गांधी इस सीट पर जीत हासिल कर पाते हैं या नहीं।
वायनाड में कैसे हैं वोटर?
वायनाड में वोट प्रतिशत की बात करें तो हिंदू और मुस्लिम दोनों ही करीब 40 से 45 प्रतिशत के करीब हैं। इंडिया स्टेट इलेक्शन के आंकड़ों के मुताबिक, वायनाड में 40 फीसदी मुस्लिम और 40 फीसदी हिंदू हैं। वहीं 20 फीसदी लोग ईसाई हैं। ऐसे में राहुल के लिए जीत की राह आसान नहीं होगी क्योंकि एनी राजा ईसाई हैं। अगर हिंदू-मुस्लिम वोट भी बंटता है तो राहुल को जीत के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ सकती है।
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