लोकसभा चुनाव 2024 के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी के लिए एक बुरी खबर सामने आई है। वीडी सावरकर के पोते ने राहुल गांधी पर सावरकर को बदनाम करने का आरोप लगाया था। अब पुणे पुलिस ने अदालत में अपनी जांच रिपोर्ट पेश कर दी है जिसमें कहा गया है कि राहुल गांधी के खिलाफ दायर की गई शिकायत में प्रथम दृष्टया सच्चाई है। जानकारी के मुताबिक, अब अदालत इस मामले में राहुल गांधी को पेश होने के लिए नोटिस जारी कर सकती है। आइए जानते हैं क्या है ये पूरा मामला।
क्या है पूरा मामला?
वीडी सावरकर के पोते सत्यकी अशोक सावरकर ने आरोप लगाया है कि राहुल गांधी ने साल 2023 में लंदन में दिए गए एक भाषण में झूठे दावे कर के हिंदुत्व विचारक सावरकर को बदनाम किया था। राहुल गांधी के खिलाफ धारा 499 और 500 के तहत शिकायत दर्ज कराई गई थी। अब सत्यकी सावरकर के वकील ने कहा है कि इस मामले में रिपोर्ट न्यायिक मजिस्ट्रेट (प्रथम श्रेणी) अक्षी जैन की अदालत में प्रस्तुत कर दी गई है। अदालत राहुल गांधी को नोटिस जारी कर पेश होने के लिए कह सकती है।
राहुल गांधी ने क्या कहा था?
दरअसल, शिकायत के अनुसार राहुल गांधी ने अपने भाषण में दावा किया था कि वीडी सावरकर ने एक किताब में लिखा था कि उन्होंने और उनके पांच-छह दोस्तों ने एक बार एक मुस्लिम व्यक्ति की पिटाई की थी और सावरकर को इससे खुशी हुई थी। सत्यकी सावरकर ने कहा था कि ऐसी कोई घटना कभी नहीं हुई थी और वीडी सावरकर ने कभी भी ऐसी कोई बात कहीं नहीं लिखी थी। राहुल गांधी के बयान को काल्पनिक, झूठा और दुर्भावनापूर्ण बताया गया था।
पुलिस ने रिपोर्ट में क्या कहा?
जानकारी के मुताबिक, विश्रामबाग पुलिस ने कोर्ट में अपनी रिपोर्ट पेश कर दी है और अपनी जांच में बताया है कि वीडी सावरकर ने अपनी किसी भी किताब में ऐसी घटना के बारे में नहीं लिखा था। इसके बाद भी राहुल गांधी ने अपने भाषण के दौरान इस तरह की टिप्पणी की और सावरकर को बदनाम किया। पुलिस ने कहा है कि सत्यकी सावरकर द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत में प्रथम दृष्टया सच्चाई है।
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