Lok Sabha Elections 2024: बिहार के मोतिहारी में चुनावी जनसभा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि चंपारण की ये धरती प्रेरणा की धरती है। आपका ये स्नेह, उत्साह, आशीर्वाद ये दिखा रहा है कि छठे और सातवें चरण में देश में क्या होने वाला है। कल ही पांच चरण का चुनाव पूरा हुआ है। पहले चरण में इंडी गठबंधन पस्त हो गया था। इसके बाद के चरणों में इंडी गठबंधन ध्वस्त हुआ। अब कल जो पांचवां चरण हुआ उसमें इंडी गठबंधन पूरी तरह परास्त हो चुका है। खुद को जनता का माय-बाप समझने वाले इन्हें जनता ऐसी करारी हार देगी कि दुनिया देखती रह जाएगी।
पीएम ने आगे कहा, "21वीं सदी का भारत इंडी गठबंधन के पापों के साथ आगे नहीं बढ़ सकता है, इसलिए हर चुनाव में कांग्रेस आरजेडी जैसे दलों पर जनता जोर का प्रहार कर रही है। चार जून को इंडी वालों के इरादे पर सबसे बड़ा प्रहार होगा। ये प्रहार देश में भ्रष्टाचार पर होगा, ये प्रहार तुष्टीकरण की राजनीति पर होगा, ये प्रहार टुकड़े-टुकड़े गैंग पर, ये प्रहार समाज को लड़ाने वाली गंदी सोच पर होगा, ये प्रहार सनातन को गाली देने वाली विकृत मानसिकता पर होगा। ये प्रहार अपराधी, माफिया जंगलराज पर होगा, ये प्रहार महिला विरोधी मानसिकता पर होगा।"
"बापू को पूरी तरह छोड़ दिया"
उन्होंने कहा, "यहां चंपारण में पूज्य बापू ने सत्याग्रह से स्वच्छाग्रह का प्रयोग किया था। आजादी के बाद इसी से प्रेरणा लेकर कांग्रेस को देश में सफाई के लिए आंदोलन करना चाहिए था। पूज्य बापू की स्वच्छता की जो अपेक्षता थी, देश में स्वच्छता एक संस्कार बनाकर बापू को सबसे बड़ी श्रद्धांजलि देने का उन लोगों को अवसर मिला था, लेकिन उन लोगों ने सत्ता बनाने के पहले दिन ही बापू को पूरी तरह छोड़ दिया। बापू के विचारों को छोड़ दिया। बापू के आदर्शों को छोड़ उन्होंने अपना सारा ध्यान सिर्फ एक परिवार को आगे बढ़ाने पर जोर लगाा दिया। कांग्रेस और उसके साथियों ने मिलकर देश के साठ साल बर्बाद कर दिए। तीन-चार पीढ़ियों का जीवन बर्बाद कर दिया।"
60 सालों के शासन का किया जिक्र
प्रधानमंत्री ने कहा, "आजादी के सतर साल बाद जब आपने एक गरीब मां के बेटे को सेवा करने का अवसर दिया और साठ-सत्तर साल बाद जब मोदी आया तब घर-घर शौचालय पहुंचा। मैं गरीब मां का बेटा हूं, इसलिए मुझे पता है कि हमारे देश की महिलाओं को शौचालय जैसी सुविधा नहीं होने पर कैसे दिन काटना पड़ता था। इसके कारण उनके शरीर के स्वास्थ्य पर बहुत गंभीर परिणाम होते थे, लेकिन उनको इसकी समझ तक नहीं थी। जब मोदी आया तो हर घर में बिजली पहुंची। ये मोदी है जिसने हर घर में गैस पहंचाने का वीरा उठाया। हर घर तक नल से जल पहुंचाने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहा है। कांग्रेस और आरजेडी जैसे उसके साथियों ने आपको सिर्फ और सिर्फ तरसाकर रखा। गरीब और गरीब होता रहा। इन साठ सालों में इन लोगों ने बड़े-बड़े महल बना लिए। स्विस बैंक में अकाउंट खुल गए और आपके पास पेट भरने को अन्न नहीं था, लेकिन इन लोगों की तिजोरी में नोटों की गड्डियों की गड्डियां, नोटों का पहाड़, अलमारियां नोटों से भरी रहती हैं।"
पीएम ने बताया- 10 सालों में क्या किया?
जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "आपके बच्चों के पास पढ़ने के लिए स्कूल नहीं था, लेकिन इनके बच्चे विदेशों में जाकर पढ़ते रहे। देश में गरीब की पूछ तब शुरू हुई जब गरीब का ये बेटा प्रधान सेवक के रूप में आपकी सेवा में खपने लगा। पिछले 10 साल में मोदी का बहुत सारा समय पिछली सरकारों के गड्ढे भरने में लगा। जो काम 10 वर्षों में हुआ, अब वो काम अगले पांच साल में होगा, ये मोदी की गारंटी है, इसलिए मुझे केंद्र में एक बहुत मजबूत सरकार चाहिए और मजबूत सरकार मोदी को और मोदी के परिवार को मजबूत बनाने के लिए नहीं, बल्कि मजबूत सरकार आपके बच्चों के भविष्य के लिए है। मजबूत सरकार आपके सपनों को पूरा करने के लिए है।"
"10 साल के काम का हिसाब देने जा रहा हूं"
पीएम ने कहा, "मैं पूज्य बापू की जन्मभूमि गुजरात से पूज्य बापू की कर्मभूमि में आपसे आशीर्वाद मांगने आया हूं। मैं हिंदुस्तान के कोने-कोने के जा रहा हूं, जनता जर्नादन के दर्शन करने के लिए जा रहा हूं। 10 साल के काम का हिसाब देने जा रहा हूं, जहां भी गया हूं एक ही स्वर सुनाई दे रहा है, एक ही मंत्र सुनाई दे रहा है, एक ही कुंज सुनाई दे रही है, फिर एक बार, अबकी बार.... जो लोग चांदी का चम्मच लेकर पैदा होते हैं उन्हें पता नहीं होता कि मेहनत क्या होती है। मैंने सुना है कि यहां कोई घूम-घूमकर कह रहा है कि चार जून के बाद मोदी को बेड रेस्ट होगा। मैं तो परमात्मा से प्रार्थना करता हूं, मोदी तो क्या देश के किसी भी नागरिक के जीवन में बेड रेस्ट की नौबत नहीं आनी चाहिए। देश का हर नागरिक ऊर्जा से भरा हुआ हो, उत्सव भरी जिंदगी जीता हो, लेकिन जंगलराज के वारिस से और अपेक्षा भी क्या की जा सकती है। कांग्रेस वाले कहते हैं, मोदी तेरी कब्र खुदेगी। इनका एक काउंटर प्वॉइंट है, उत्तर प्रदेश का शहजादा कहता है कि अब मोदी के आखिरी दिन बनारस में हैं, इसलिए उन्होंने बनारस में अंतिम दिन की व्यवस्था की है। इन लोगों के पास मोदी को गाली देने के सिवाए कोई मुद्दा नहीं है।"
"गरीब का चूल्हा कभी बूझने नहीं दूंगा"
प्रधानमंत्री ने कहा, "कांग्रेस के शहजादे मोदी की आंखों में आंसू देखना चाहते हैं। इंडी वालों अपनी मनमानी से अब देश नहीं चलता। इंडी वालों की आंखों में भले ही मोदी खटकता हो, लेकिन देश के दिल में मोदी है। हर दिल में मोदी है और हर दिल एक ही बात कह रहा है, फिर एक बार.... चार जून को हार सामने देख इंडी गठबंधन वालों की बौखलाहट बढ़ती जा रही है। अब ये मोदी की योजनाओं की सवाल उठा रहे हैं। इन्होंने हिंदुस्तान देखा ही नहीं है। मैंने हिंदुस्तान का कोना-कोना छान मारा है। मैंने तय किया है कि गरीब का चूल्हा कभी बूझने नहीं दूंगा। रात को जब बच्चे भूखे पेट सोते हैं, तो उस मां पर क्या बीतती है, इसका मुझे पता है, इसलिए मोदी गरीब को मुफ्त राशन देता है और देता रहेगा। मैं जानता हूं कि गरीब और मध्यम वर्ग के परिवार में जब कोई मां-बहन बीमार हो जाती है, तो वह परिवार को पता नहीं चलने देती है कि उसे पीड़ा है, उसके मन में रहता है कि कहीं डॉक्टर के पास जाऊं और बच्चों पर खर्चा आ जाएगा, बच्चों को कर्ज में डूबो ना दे। मोदी हर मां की उस पीड़ा को जानता है। मोदी हर मां की उस भावना को समझता है। मेरे देश की किसी मां-बहन को दर्द छिपाने की जरूरत नहीं है। तुम्हारा एक बेटा दिल्ली में बैठा है, वो तुम्हारी बीमारी का खर्च उठाएगा। मोदी गरीब की सेवा के लिए ही तो पैदा हुआ है। गरीब के लिए ही तो काम करेगा।
"प्राण-प्रतिष्ठा का निमंत्रण ठुकरा दिया"
प्रधानमंत्री ने कहा, "भव्य राम मंदिर का निर्माण हुआ तो, मंदिर वालों ने उनके घर जाकर प्राण-प्रतिष्ठा में आने का निमंत्रण दिया, लेकिन उन्होंने ठुकरा दिया। मोदी ने दशकों-सदियों के मुद्दे को खत्म किए हैं। मोदी इन लोगों की तरह नहीं जो गरीब के साथ विश्वासघात करे। मैं जहां जाता हूं अपने काम का रिपोर्ट कार्ड देता हूं। जो लोग नौकरी के बदले जमीन लिखवा ले वो युवाओं के बारे में सोच सकते हैं क्या? ये युवाओं का भविष्य बना सकते हैं क्या? जिनके जंगलराज में बम, बारुद और कट्टे का बाजार फला-फूला है, वो कभी बिहार का भला नहीं कर सकते हैं। नीतीश कुमार जी ने जिस मेहनत से बिहार को इन सब से निकाला है, वो बहुत सराहनीय है। आज हमारे बीच सुशील मोदी मोदी नहीं है, लेकिन जब इतिहास याद किया जाएगा तो नीतीश कुमार और सुशील कुमार मोदी इनका नाम जंगलराज समाप्त करने में गिना जाएगा। एनडीए सरकार में अब बिहार से पलायन रुक रहा है।"
"उनके पास एक ही वोट बैंक बचा है"
उन्होंने कहा, "चंपारण में केंद्रीय विश्वविद्यालय है। खेती के लिए रिचर्स सेंटर बना है। सरदार पटेल सरकारी प्रशिक्षण संस्थान बना है। सिलेंडर का प्लांट लगा है। इफको बाजार बने हैं। इनमें रोजगार नहीं मिला है क्या? यहां इतना बड़ा डेयरी प्लांट बना है। इससे माताएं-बहनें सशक्त हुई हैं। ये जो पुल बन रहे, हाईवे बन रहे, रेलवे स्टेशन आधुनिक हो रहा है। इससे रोजगार नहीं मिला क्या? जंगलराज वालों ने आरक्षण और संविधान पर झूठ बोलने का अभियान चलाया है। सच्चाई ये हैं कि बाबा साहेब आंबेडकर नहीं होते तो नेहरू जी एससी, एसटी को आरक्षण नहीं मिलने देते, नेहरू जी ने मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर विरोध किया था। नेहरू से लेकर राजीव गांधी तक, इस परिवार में जितने प्रधानमंत्री हुए सबने आरक्षण का विरोध किया। कांग्रेस ने गरीब, एससी, एसटी, ओबीसी, महिला सबको धोखा दिया, इसलिए आज उनके पास एक ही वोट बैंक बचा है, इसलिए धर्म के आधार आरक्षण आपसे छीनकर वोट जिहाद को देना चाहते हैं। संविधान इसकी इजाजत नहीं देता, इसलिए ये संविधान बदलना चाहते हैं।"