पणजीः कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पवन खेड़ा ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि मौजूदा लोकसभा चुनाव के बाद केंद्र में विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के सत्ता में आते ही 10 से 15 राज्यों में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकारें गिर जाएंगी। यहां पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि दल-बदल पर प्रतिबंध लगाने और दल बदलने वालों को अयोग्य ठहराने के लिए ‘इंडिया’ संविधान की 10वीं अनुसूची में संशोधन करेगा। जो कोई भी दल बदल कर एक दल से दूसरे दल में जाएगा उसे अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा।
बीजेपी पर लगाया लोकतंत्र का मजाक उड़ाने का आरोप
उन्होंने दावा किया कि 4 जून को नतीजे आने के बाद जुलाई तक ये सभी सरकारें गिर जाएंगी। उन्होंने कहा, “भाजपा ने दलबदल कराकर पूरे देश में लोकतंत्र का मजाक उड़ाया है। जब (भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृह मंत्री) अमित शाह एक चुनावी रैली को संबोधित करने के लिए गोवा पहुंचें, तो मीडिया को उनसे संविधान की 10वीं अनुसूची पर सवाल पूछना चाहिए।
प्रज्वल रेवन्ना को लेकर बीजेपी पर साधा निशाना
महिलाओं के यौन शोषण के आरोपों का सामना कर रहे कर्नाटक के सांसद प्रज्वल रेवन्ना के मामले का जिक्र करते हुए पवन खेड़ा ने इसे “यौन शोषण का दुनिया का सबसे बड़ा मामला” बताया। उन्होंने कहा कि गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत समेत सभी को इस घटना की निंदा करनी चाहिए। खेड़ा ने कहा, “केंद्र सरकार की जिम्मेदारी है कि वह प्रज्वल का पासपोर्ट रद्द कर उसे भारत वापस लाए। प्रज्वल कर्नाटक के हासन लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी-जेडीएस गठबंधन उम्मीदवार हैं। यहां पर 26 अप्रैल को मतदान हो चुका है।
अमित शाह पर साधा निशाना
पवन खेड़ा ने कहा कि बीजेपी मल्लिकार्जुन खरगे के इतने खिलाफ क्यों हैं? सिर्फ इसलिए कि वह दलित हैं। वे उन्हें 'बेचारा' खड़गे जी क्यों कहते हैं? इससे आपका क्या मतलब है? सिर्फ इसलिए कि वह दलित जाति से आते हैं। क्या उन्होंने उनकी जीवन यात्रा देखी है? अमित शाह को खरगे से माफ़ी मांगनी चाहिए।
इनपुट-भाषा और एएनआई