बस्ती: उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा। प्रधानमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान भले ही पस्त हो गया हो लेकिन अब सपा और कांग्रेस भारत को डराने में जुटे हुए हैं। वहीं, सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर तंज कसते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं सपा और कांग्रेस के दोनों शहजादों की फ्लॉप फिल्म की बार-बार रिलीज से हैरान हूं। आइए, जानते हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण से जुड़ी 10 बड़ी बातों के बारे में:
- रैली में विपक्ष पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, 'देश में 5 चरण के चुनाव हो चुके हैं। इन 5 चरणों ने ही देश में तीसरी बार मोदी सरकार पक्की कर दी है। आप इंडी अलायंस का बयान देख लीजिए। हर कोई अलग-अलग आंकड़े बता रहा है। पूरा इंडी अलायंस ऐसा निराशा के गर्त में डूबा है कि इनको ये भी याद नहीं रहता कि वो दो दिन पहले क्या बोला था और आज क्या बोल रहे हैं। आप समझदार लोग हैं, कभी भी अपना समय और अपनी शक्ति व्यर्थ नहीं जाने देते। अब आप सोचिए सपा को मिलने वाला एक भी वोट, कांग्रेस को पड़ने वाला वोट किसी काम का है क्या? आपका वोट बेकार हो जाए, बर्बाद हो जाए, यहां का कोई मतदाता चाहेगा क्या? इसलिए आपका वोट उसको पड़ना चाहिए, जिसकी सरकार बनने की गारंटी है।'
- रैली में आई भारी भीड़ की तरफ इशारा करते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'आज आपका ये उत्साह, ये जनसैलाब, ये आशीर्वाद, बस्ती, सिद्धार्थनगर और डुमरियागंज, इस क्षेत्र ने हमेशा मुझ पर, भाजपा पर भरोसा किया है। हमारे काम पर भरोसा किया है। हमारी बात, हमारे वादों, हमारे इरादों पर भरोसा किया है, इसलिए मैं आपके इस भरोसे पर खरा उतरने में ना पहले कोई कमी छोड़ी है, ना आगे कोई कमी छोड़ूंगा। ये मोदी की गारंटी है। मैं पहले भी इसी मैदान में आपके बीच आ चुका हूं, लेकिन आज जो सभा में देख रहा हूं, इससे पहले ऐसा दृश्य देखने का सौभाग्य नहीं मिला था।'
- अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में दिए गए अपने भाषण को याद करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, 'कभी भी पुण्य कार्य मिलता हो, तो मौका गंवाना चाहिए क्या? अगर आप वोट नहीं डालेंगे तो पुण्य मिलेगा क्या? आज 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन मिलता है, तो वो आशीर्वाद देते हैं। मैं इतने काम करने वाला हूं, हर काम से पुण्य मिलने वाला है, इसलिए वोट दीजिए विकसित भारत और आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए। 22 जनवरी 2024, इस देश में बहुत लोग जिन्हें अपने बेटे का जन्मदिन याद नहीं, लेकिन इस देश के बच्चे-बच्चे को 22 जनवरी 2024 पता है। मैं 22 जनवरी बोलता हूं और देश बोल उठता है जय श्री राम। अयोध्या में उस ऐतिहासित दिन पर मैंने कहा था कि राम से राष्ट्र, विरासत से विकास, अध्यात्म से आधुनिकता, आज देश इसी मंत्र पर आगे बढ़ रहा है।'
- भारत के दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'हमारा भारत आज दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है। आज भारत का कद बढ़ा है, आज भारत का सम्मान बढ़ा है। भारत अब वैश्विक मंच से बोलता है तो पूरी दुनिया ध्यान से सुनती है। भारत फैसले लेता है, तो दुनिया उसके साथ अपने कदम मिलाने की कोशिश करता है। ये आतंक का सरपस्त देश हमें आंखे दिखाता था, धमकियां देता था, आज उनकी हैसियत ना घर का ना घाट का हो गई है। अनाज भी उनको नसीब नहीं हो रहा है।'
- कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'पाकिस्तान तो पस्त पड़ गया है, लेकिन उसके हमदर्द सपा और कांग्रेस अब भारत को डराने में जुटे हैं। ये लोग हमें सुनाते हैं, उन्हें मालूम नहीं कि 56 इंच क्या होता है, ये कहते हैं कि पाकिस्तान से डरो, उसके पास एटम बम है> क्या भारत को डरना चाहिए? आज भारत में कांग्रेस की कमजोर सरकार नहीं, आज भारत में मोदी की मजबूत सरकार है। अगर डरना है, वे लोग डरें जो मानवता में विश्वास नहीं करते। जो आये दिन खून की नदियां बहाते हैं। डरना है तो वे डरें। भारत ना किसी को डराना चाहता है, लेकिन हमें डराने वालों को भारत बख्शेगा नहीं, इसलिए भारत आज घर में घुसकर मारता है।'
- नाम लिए बिना सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव और कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, 'मैं सपा और कांग्रेस के दोनों शहजादों की फ्लॉप फिल्म की बार-बार रिलीज से हैरान हूं। ये दोनों शहजादे अब मिलकर अफवाह उड़ा रहे हैं। ये कहते हैं कि यूपी में 79 सीट जीत जाएंगे। मैं पहले सुना करता था कि लोग दिन में सपने देखते हैं, लेकिन अब इसका मतलब पता चला है। 4 जून को यूपी की जनता इनको नींद से जगाने वाली है और तब ये ठीकरा EVM पर फोड़ेंगे। इंडी गठबंधन की परिवारवादी पार्टियों ने तुष्टीकरण की सारी हदें पार कर दी हैं।'
- राम मंदिर पर विपक्षी दलों की बयानबाजी के मुद्दे पर प्रधानमंत्री ने कहा, 'हमारा देश राम मंदिर की प्रतीक्षा कर रहा था, लेकिन इंडी वालों को राम मंदिर और राम से परेशानी है। सपा के एक बड़े नेता कहते हैं कि राम मंदिर तो बेकार है। सपा खुलेआम कहती है कि राम मंदिर जाने वाले राम भक्त पाखंडी हैं। एक और इंडी नेता ने कहा कि राम मंदिर अपवित्र है। ये लोग सनातन धर्म के विनाश की बात करते हैं। इन सबकी आका कांग्रेस पार्टी है। कांग्रेस के शहजादे तो राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला पलटना चाहते हैं। ये राम मंदिर पर बाबरी ताला लगाने का सपना देख रहे हैं। ये रामलला को फिर से टेंट में भेजना चाहते हैं, तो क्या इन लोगों को जवाब मिलना चाहिए या नहीं?'
- विपक्षी दलों द्वारा संविधान बदलने के आरोपों पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'कांग्रेस और सपा वालों को अचानक संविधान की याद याद गई। इसी कांग्रेस ने देश में आपातकाल लगाकर संविधान के खत्म कने की भरपूर कोशिश की थी। यही कांग्रेस जो खुद के पार्टी का संविधान नहीं मानती है। बिहार के एक अति पिछड़े समाज के व्यक्ति सीताराम केसरी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष थे। एक शाम को मैडम सोनिया जी की टोली कांग्रेस दफ्तर में घुस गईं और सीताराम केसरी को बाथरूम में बंद कर दिया और फिर उठाकर फुटपाथ पर फेंक दिया। रातों-रात मैडम सोनिया गांधी को अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठा दिया। जिन्होंने कांग्रेस पार्टी के संविधान के चीथड़े उड़ा दिए वे संविधान माथे पर रख नाच रहे हैं।'
- संविधान के मुद्दे पर समाजवादी पार्टी को भी घेरते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'ये वही सपा है, जिसने हमेशा दलितों के आरक्षण का विरोध किया। ये लोग संविधान के भावना के खिलाफ जाकर धर्म के आधार पर आरक्षण देने की पैरवी कर रहे हैं। ये लोग दलितों-पीड़ितों का आरक्षण छीनकर वोट जिहाद को देना चाहते हैं। जहां कांग्रेस सरकार है वहां संविधान की पीठ में छुरा घोंप कर कानून बना दिया है। कांग्रेस मुस्लिमों को आरक्षण देने के लिए बाबा साहब आंबेडकर का संविधान बदलना चाहती है। सपा भी इस दलित-पिछड़ा षडयंत्र में कांग्रेस के साथ खड़ी है। इसलिए आपको सपा कांग्रेस को यूपी में पक्का सबक सिखाना है।'
- समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'सपा ने यूपी को केवल बदनामी दी थी। हमारी बहन-बेटियों का घर से निकलना मुश्किल था। लोग जमीन खरीदने से डरते थे, जमीन खरीदी तो कोई न कोई कब्जा कर लेता था। गुंडे-माफिया सपा के मेहमान होते थे, दंगाइयों को स्पेशल प्रोटोकॉल मिलता था, आतंकवादियों को जेल से छोड़ने का फरमान जारी होता था। इस चुनाव में ऐसी कोई गलती नहीं करनी है, जिससे इन लोगों का हौसला बढ़े।'