नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव को लेकर सभी दलों के द्वारा रणनीति बनाई जा रही है। इसके साथ ही चुनाव प्रचार भी जोर-शोर से जारी है। इसी बीच यूपी की दो सीटों अमेठी और रायबरेली को लेकर पेंच अभी भी फंसा हुआ है। कांग्रेस पार्टी की ओर से इस सीट पर कौन प्रत्याशी होगा, इसे लेकर अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी है। बता दें कि अमेठी और रायबरेली सीट कांग्रेस की पारंपरिक सीट मानी जाती है, लेकिन जिस तरह से पिछली बार अमेठी सीट कांग्रेस को खोनी पड़ी, ऐसे में इस बार कोई चूक ना हो इसे लेकर पार्टी पूरी तरह से सतर्क है।
बैठक में शामिल हुए कई बड़े नेता
इन दोनों ही सीटों पर प्रत्याशियों के नामों को लेकर सीईसी की एक बैठक आज शनिवार को हुई। इस बैठक में कांग्रेस के कई दिग्गज नेता शामिल हुए। इसमें सलमान खुर्शीद, केसी वेणुगोपाल, सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे सहित अन्य कई नेता शामिल हुए। बैठक में सीईसी के नेताओं ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के नाम का प्रस्ताव रखा। हालांकि काफी देर तक चली चर्चा के बीच दोनों ही सीटों पर प्रत्याशियों के नाम फाइनल नहीं हो सके। सीईसी की बैठक में ये निर्णय लिया गया है कि इस मामले में आखिरी फैसला कांग्रेस अध्यक्ष ही करेंगे।
खरगे ने जारी रखा था सस्पेंस
बता दें कि इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने केरल के वायनाड से लोकसभा चुनाव लड़ने के राहुल गांधी के फैसले का बचाव करते हुए अमेठी और रायबरेली में पार्टी उम्मीदवारों पर सस्पेंस बनाए रखा था। असम के गुवाहाटी में एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए खरगे ने कहा था कि 'वायनाड के लोग राहुल गांधी को अपने सांसद के रूप में देखना चाहते थे, इसीलिए उन्होंने उस सीट से चुनाव लड़ा।' उन्होंने कहा था कि 'अमेठी और रायबरेली सीटों के लिए कांग्रेस उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कुछ समय बाद की जाएगी।'
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