लोकसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग में कुछ ही घंटे बचे हैं। इस बार मुख्य मुकाबला NDA और इंडिया (I.N.D.I.A) अलायंस के बीच देखने को मिलेगा। बिहार की 40 लोकसभा सीटों पर सात चरणों में चुनाव होंगे। पहले चरण में 19 अप्रैल को वोटिंग होगी। बिहार में इंडिया गठबंधन में आरजेडी को सबसे ज्यादा 26 सीटें मिली थीं, लेकिन विकासशील इंसान पार्टी (VIP) प्रमुख मुकेश सहनी के साथ आने के बाद उनकी पार्टी को तीन सीटें गोपालगंज, झंझारपुर और मोतिहारी दे दी। कांग्रेस को 9 सीटें जबकि 5 सीटें लेफ्ट को मिली हैं। राजद से दोस्ती कर विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A में शामिल हुए मुकेश सहनी ने इंडिया टीवी से खास बातचीत की, आइए जानते हैं-
सवाल: यूपी के दो लड़के तो 2017 में फेल हो गए थे, बिहार के दो लड़के क्या कमाल दिखाएंगे?
जवाब: कोई कभी सफल नहीं हुआ तो उसका यह मतलब नहीं है कि आप दोबारा सफल नहीं हो पाएंगे। अभी मजबूती से हमलोग अपना काम कर रहे हैं। जनता भी बदलाव चाहती है। हम अपनी भूमिका निभा रहे हैं। जनता के बीच जा रहे हैं। विपक्ष का जो काम है वो हमलोग कर रहे हैं।सवाल: बीजेपी से भी बात चल रही थी आपकी, कितनी सीट मिल रही थी?
जवाब: एक-दो सीट बीजेपी दे रही थी। एक सीट का ऑफर आया था। बात आगे करते तो दो सीट मिल जाती, लेकिन सीट मेरे लिए मायने नहीं रखती, हमारे लिए निषाद आरक्षण की लड़ाई है। हम बिहार में राजनीति करने के लिए नहीं आए थे। हम अपने लोगों में बदलाव देखना चाह रहे थे। निषाद आरक्षण की लड़ाई हमारी है। 2018 में हमने पार्टी बनाई। हम मंत्री भी बने। हमारे सहयोग से सरकार बनी। फिर किस तरह से हमारे विधायकों को भाजपा ने खरीद लिया और हमें बाहर कर दिया।
सवाल: लेकिन निषाद आरक्षण का वादा राजद ने भी नहीं किया?
जवाब: राजद सरकार में नहीं है। राजद की जवाबदेही नहीं है कि निषाद को आरक्षण मिले। मेरी अपनी जवाबदेही है, हम आरक्षण लेकर रहेंगे, जब हमारे पास ताकत आएगी। किसी के सामने भीख थोड़ी ही मांग रहे हैं।
सवाल: आपकी और तेजस्वी की जोड़ी का क्या असर होगा?
जवाब: यह जोड़ी इतना मजबूत है कि जिसका जवाब नहीं है। यह जोड़ी जैसे ही फ्रेम में नजर आई, तो कितने को मिर्ची लगने लगी। देश के प्रधानमंत्री को बोलना पड़ा। हमारी मछली का कांटा बहुत लोगों को गड़ा। समझ सकते हैं कि मेरी जोड़ी कितनी हिट है।
सवाल: मछली खाते वीडियो को लेकर क्या प्लान किया था आपलोगों ने?
जवाब: कुछ नहीं किया, जस्ट हम लोग खाना खा रहे थे। हम मछुआरा समाज से आते हैं। हम उस दिन अच्छी मछली लेकर गए थे और जब खा रहे थे तो ऐसा मोमेंट आया कि सोचा गया कि चलो वीडियो बनाते हैं। जब वीडियो बन रहा था, उस समय हमको एहसास था कि यह जिस दो जोड़ी की बात आप कर रहे हैं यह बहुत कमाल की जोड़ी है। इसको देखकर कई लोगों को मिर्ची लगेगी। हमको मालूम था कि बीजेपी रिएक्ट करेगी। बीजेपी की रणनीति हमारी पार्टी का रजिस्ट्रेशन कैंसिल करने की थी। हमारे चुनाव चिन्ह को दूसरे को अलॉट कर दिया गया।
सवाल: लेकिन इसको ऐसे समझा गया कि आप सनातन को मानने वालों को नवरात्र में मछली खाते वीडियो के जरिये मिर्ची लगने की बात कर रहे थे?
जवाब: अपना-अपना एंगल लेने की बात है। खाने-पीने की चीज हम खाए नहीं? हम वीडियो क्यों ना बनाएं? हमने पोस्ट करने के समय यह ध्यान रखा कि कोई आहत न हो, डेट भी 8 तारीख की डाली। चिढ़ाना होता तो तारीख नहीं डालते। पोस्ट तो कभी भी होगी, बहुत सारी पोस्ट होती है जो बाद में हम शेयर करते हैं।
सवाल: लेकिन आपलोगों ने एक मुद्दा बीजेपी को दे दिया?
जवाब: बीजेपी के हिसाब से हम नहीं चलेंगे। हम उनके कार्यकर्ता नहीं है। हमने मुद्दा नहीं दिया। उन्होंने मुद्दा ले लिया। हमको जो अच्छा लग रहा है, हम कर रहे हैं। उनको जो करना है वह नहीं कर रहे हैं। वह अपनी पिच पर नहीं खेल रहे हैं। हमारी पिच पर खेल रहे हैं। उनको बताना चाहिए कि दो करोड़ रोजगार का वादा किया था, उसका क्या हुआ? पक्का मकान का वादा पूरा हुआ क्या? उनको अपनी पिच पर खेलना चाहिए।
सवाल: सनातन विरोधी की एक छवि क्यों बनती जा रही हैं I.N.D.I.A गठबंधन की?
जवाब: उन लोगों से हमको सीखना नहीं है। हम खुद सनातनी हैं। हम खुद हिंदू धर्म में जन्म लिए। हमारे मां-बाप पूर्वज दादा-परदादा सभी हिंदू धर्म को मानते हुए यहां तक पहुंचे हैं। हमको किसी से सर्टिफिकेट लेने की आवश्यकता नहीं है। हम उनसे नहीं सीखेंगे, जिनके माताजी का देहांत हो जाता है, लेकिन वह मुंडन नहीं कराते हैं। राम का नाम हर शुभ काम में हमलोग करते हैं, अंतिम काम में करते हैं। जय हनुमान भी हमलोग कहते हैं। हमारे सनातन धर्म को बीजेपी वाले खंडित करने में लगे हुए हैं। सबकी अपनी जगह होती है। दारु पीने की एक जगह होती है, वहां व्यवस्था है। मंदिर में पूजा करने की व्यवस्था है, लेकिन सब चीज को भाजपा ने मिक्स कर दिया है। हम अपनी जगह पर खाना पीना खा रहे हैं, उनको क्या जरूरत है इस पर बोलने की। क्या पीएम को यह शोभा देता है?
सवाल: निषाद वोट क्या आप ट्रांसफर करवा पाएंगे?
सवाल: तीन उपचुनाव हमने लड़ाया। 25 से 30 हजार वोट हमेशा हमने लाया है। आज हमने गठबंधन किया, तो हमको उम्मीद है। अकेले लड़ते तो हमको सफलता नहीं मिलती। यही सोचकर लोग गठबंधन करते हैं और अपने में शेयर देते हैं।
सवाल: क्या विधानसभा चुनाव में आपलोगों की सरकार बनी तो आप डिप्टी सीएम होंगे?
जवाब: निश्चित तौर पर यदि सरकार बनेगी तो डिप्टी सीएम होंगे। एक नंबर पर तेजस्वी यादव यदि सीएम होंगे तो निश्चित रूप से दो नंबर की कुर्सी पर निषाद समाज का बेटा डिप्टी सीएम बनेगा। यह सारी चीज तय हो चुकी है। समय आने पर इसकी घोषणा होगी।
सवाल: इसी वजह से बीजेपी के साथ नहीं गए?
जवाब: बीजेपी का साथ लेना नहीं चाहते। उनके साथ जाना नहीं चाहते। उन्होंने तो हमारे साथ धोखा किया, गद्दारी की, पार्टी को तोड़ दिया, सरकार से बाहर कर दिया। निषाद I.N.D.I.A गठबंधन में जितने भी साथी हैं उनसे मजबूती से निषाद आरक्षण को लेकर बात हुई। उन्होंने आश्वास्त किया है कि सरकार बनने के बाद हम आरक्षण लागू करेंगे। हम सिर्फ मछली नहीं मारते, बल्कि विधायक और सांसद भी बनाते हैं।
सवाल: छोटी पार्टियों पर टिकट बेचने का अक्सर आरोप लगता है। आपकी पार्टी के बारे में भी ऐसी ही चर्चा है
जवाब: छोटी पार्टियों को हमेशा टारगेट किया जाता है। हम गाली खाते हैं, क्योंकि हमलोग छोटे लोग हैं। यही बात मीडिया को बड़े लोगों से पूछने की हिम्मत नहीं होगी। निश्चित तौर पर यह चिंता की बात है जो लोग टिकट बेच रहे हैं, क्योंकि यह सही नहीं है। छोटे लोगों पर ही आरोप लगाते हैं, लेकिन बड़े लोगों से सवाल नहीं करते हैं। हम गरीब हैं तो हमारे ऊपर आप चोरी करने का आरोप लगा सकते हैं, लेकिन हर गरीब चोरी नहीं करता है।
सवाल: लेकिन यूपी में निषाद पार्टी NDA के साथ है? फिर आपके साथ सारे निषाद कैसे आएंगे?
जवाब: यूपी में निषाद पार्टी बीजेपी की दलाली करती है। एक सीट पर समझौता करते हैं। अपने बेटा को भाजपा से टिकट दिलाते हैं। वो कोई पार्टी है, वो तो दुकान है। समय-समय पर पॉलिटिकल पार्टी को ब्लैकमेल करते हैं। पार्टी से तो हमलोग लड़ रहे हैं। हम तो तीन सीट लेकर बीजेपी से लड़ाई लड़ रहे हैं। जो जीतेगा वो हमारा सांसद होगा, लेकिन उनका सांसद तो भाजपा का होगा। आप पार्टी चला रहे हैं और भाजपा का विधायक और सांसद बनेगा तो फिर आपकी पार्टी क्या कर ही है? 2027 में फिर हमलोग यूपी में लड़ेंगे, जरूरत पड़ी तो हम वहां प्रचार करने भी जाएंगे। हम बनाने वाले हैं, बनाते रहेंगे। छोटी पार्टी आज है, कल नहीं रहेगी। चोरी का सामान बेचने वाला दुकानदार भी गलत है। आज की तारीख में बीजेपी ऐसी है कि दूसरे को पैसा देकर खरीद लेती है, लोग बिक जाते हैं, गुनाह तो बीजेपी कर रही है।
सवाल: आपकी पार्टी का उम्मीदवार राजद ने तय किया है?
जवाब: कहने वाले कुछ भी कहे, हम लोग I.N.D.I.A ब्लॉक में हैं। एक दूसरे की इज्जत करते हैं। एक दूसरे के विचार को सुनते समझते हैं। अगर हमें लगता है कि किसी की सिफारिश करनी है, तो आपस में हम करते भी हैं।
सवाल: बिहार में 40 सीटों पर क्या होगा?
जवाब: एक-दो ही सीट कहीं हार गए तो हार गए, बाकी सब जीतेंगे। हम सरकार बना रहे हैं। 400 का नारा वो दे रहे हैं, लेकिन हो सकता है कि 150 में अटक जाएंगे। 5 किलो चावल देना यही विकास है क्या? वह घर से दे रहे हैं? यह देश की संपत्ति है। देश के खजाने से दिया जा रहा है। देश के ऊपर जो कर्ज हो गया है उसका क्या? पहले जो 14 में कर्ज था उससे 4 गुना ज्यादा हो गया है। यह कर्ज कौन चुकाएगा।