वाराणसी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडिया टीवी को दिए एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में धारा 370 को निरस्त करने और संविधान बदलने के आरोपों से जुड़े सवाल पर भी खुलकर जवाब दिया। उन्होंने धारा 370 को लेकर कहा कि जम्मू-कश्मीर से इस धारा को निरस्त कर सही अर्थों में पूरे देश में एक समान संविधान लागू करने का काम उनकी सरकार ने किया है।
संविधान के साथ सबसे पहले खिलवाड़ किसने किया
संविधान बदलने के सवाल प्रधानमंत्री मोदी ने कहा-'इस देश में संविधान के साथ सबसे पहले खिलवाड़ किसने किया। पंडित नेहरू ने जो पहला संविधान में संशोधन किया, उसमें फ्रीडम ऑफ स्पीच को कम कर दिया। उसके बाद उनकी बेटी इंदिरा जी ने कोर्ट के एक फैसले को उलट दिया। पूरे देश में इमरजेंसी लगा दी, अखबारों में ताले लगा दिए, सबको जेल में बंद कर दिया, संविधान के चिथड़े उड़ा दिए, पूरे विश्व में हमारी बेईज्जती हुई।" इसके बाद प्रधानमंत्री ने राजीव गांधी का नाम लिया और कहा कि उन्होंने शाहबानो के मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलट दिया। संविधान में संशोधन करके, कानून बदल करके उसको नकार दिया।
शहजादे ने कैबिनेट के निर्णय को फाड़कर फेंक दिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राहुल गांधी का भी जिक्र किया और कहा-'डॉ. मनमोहन सिंह संविधान के द्वारा चुने गए प्रधानमंत्री थे, उनकी कैबिनेट संविधान के द्वारा बनाई गई कैबिनेट थी और उस कैबिनेट ने एक निर्णय लिया था। लेकिन शहजादे ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस किया और उस निर्णय को फाड़कर फेंक दिया। ये चारों घटनाएं सबूत हैं कि उनके लिए संविधान ना कोई भावना का विषय है और ना कोई जिम्मेदारी का विषय है। ऐसे लोगों को संविधान की बात करना शोभा नहीं देता।'
धारा 370 को हटाकर संविधान को सही तरीके से लागू किया
पीएम मोदी ने आगे कहा कि 'बाबा साहेब का हम इतना गौरवगान करते हैं, लेकिन 75 सालों तक संविधान पूरे देश में लागू नहीं हुआ था। ये उनका गुनाह था। ये आपकी जिम्मेदारी है कि जब देश की जनता ने आपको चुना है तो आप संविधान को पूरे देश में लागू करें। हमारी सरकार ने आर्टिकल 370 हटाकर पूरे देश में संविधान को सही तरीके से हर कोने में लागू किया। संविधान का अगर कोई पुजारी है तो मोदी है, संविधान का अगर कोई रक्षक है तो मोदी है।
धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं
पीएम मोदी ने आगे कहा कि संविधान सभा की बैठक में ये तय हुआ था कि धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं होगा, लेकिन ये लोग अब संविधान बदलकर इसे लागू करने की दिशा में बढ़ रहे हैं। देश की पीठ में छुरा घोपने का काम कर रहे हैं। संविधान निर्माताओं के साथ धोखा कर रहे हैं। इसलिए मैं लड़ाई लड़ रहा हूं कि संविधान के खिलाफ जो भी प्रयास होगा उसके खिलाफ मैं लड़ूंगा।'