Lok Sabha Elections 2024 : चुनाव आयोग ने आचार संहिता उल्लंघन के मामले में चुनाव आयोग ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस दोनों को नोटिस जारी किया है। चुनाव आयोग ने कथित तौर पर आचार संहिता उल्लंघन के मामलों को संज्ञान में लेते हुए यह नोटिस जारी किया है। बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने धर्म, जाति, समुदाय या भाषा के आधार पर नफरत और विभाजन पैदा करने का आरोप लगाया था।आयोग ने 29 अप्रैल सुबह 11 बजे तक दोनों दलों से जवाब मांगा है।
जन प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 77 के तहत नोटिस
चुनाव आयोग ने जन प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 77 का उपयोग करते हुए यह नोटिस जारी किया है। राहुल गांधी के खिलाफ बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई थी जबकि पीएम मोदी के खिलाफ कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने आयोग से शिकायत की थी। चुनाव आयोग ने दोनों शिकायतों पर संज्ञान लेने के बाद यह नोटिस जारी किया है। चुनाव आयोग ने दोनों नेताओं से 29 अप्रैल सुबह 11 बजे तक जवाब मांगा है।
उच्च पदों पर बैठे लोगों के भाषणों के अधिक गंभीर परिणाम
आयोग का कहना है कि राजनीतिक दलों को अपने उम्मीदवारों, विशेषकर स्टार प्रचारकों के आचरण की प्राथमिक और बढ़ती जिम्मेदारी लेनी होगी। उच्च पदों पर बैठे लोगों के प्रचार भाषणों के अधिक गंभीर परिणाम होते हैं।
पीएम मोदी ने राजस्थान की रैली में कही थी ये बात
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले दिनों राजस्थान की एक चुनावी रैली में कहा था कि अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो वह लोगों की संपत्ति को घुसपैठियों और ज्यादा बच्चे पैदा करनेवालों में बांट देगी। उस दौरान उन्होंने देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बयान का भी उल्लेख किया था। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अपने बयान में कहा था कि देश के संसाधनों पर पहला हक अल्पसंख्यक समुदाय का है।
कांग्रेस ने चुनाव आयोग में दर्ज कराई थी शिकायत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस भाषण से कांग्रेस बिफर पड़ी और चुनाव आयोग में शिकायत की थी। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री मोदी के बयान को विभाजनकारी और दुर्भावनापूर्ण बताते हुए इसे आचार संहिता उल्लंघन का मामला बताया था। कांग्रेस की इसी शिकायत पर अब चुनाव आयोग ने बीजेपी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
बीजेपी ने राहुल गांधी पर झूठे प्रचार का लगाया आरोप
बीजेपी की ओर से सोमवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई थी। राहुल पर देश में गरीबी बढ़ने के बारे में झूठा दावा करने का आरोप लगाते हुए निर्वाचन आयोग से उनके खिलाफ शिकायत बीजेपी ने की थी और सख्त कार्रवाई करने का आग्रह था। भाजपा ने अपनी शिकायत में राहुल गांधी पर चुनावी माहौल को खराब करने के लिए भाषा और क्षेत्र के आधार पर देश में उत्तर-दक्षिण विभाजन जारी रखने का भी आरोप लगाया।
भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से कहा कि लोकसभा चुनाव के बीच भाजपा के खिलाफ गलत प्रचार किया जा रहा है। भाजपा प्रतिनिधिमंडल द्वारा कांग्रेस नेता के खिलाफ आयोग में शिकायत दर्ज कराने के बाद भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘राहुल गांधी झूठा अभियान चला रहे हैं कि देश में 20 करोड़ से अधिक लोग गरीब हो गए हैं, जबकि उनके पास अपने दावे को साबित करने के लिए कोई सबूत नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि नीति आयोग ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि देश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सरकार के 10 साल के कार्यकाल में करीब 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर आये हैं।