प्रधानमंत्री की सलाहकार इकोनॉमिक एडवायजरी काउंसिल की ओर से भारत की जनसंख्या को लेकर जारी किए गए आंकड़ों ने फिर से नई बहस शुरू कर दी है। इस रिपोर्ट में दिए गए आंकड़ों के मुताबिक, देश में 1950 के बाद से अब तक हिंदुओं की आबादी में 7.82 प्रतिशत गिरावट देखी गई है। वहीं, मुस्लिम आबादी में भारी इजाफा हुआ है। अब इस मुद्दे पर राजनीतिक दलों की ओर से बयान आने भी शुरू हो गए हैं। राष्ट्रीय जनता दल के नेता मनोज झा ने इस रिपोर्ट पर सवाल खड़े कर दिए हैं। उन्होंने पूछा है कि आखिर ये आंकड़े कहां से आये। आइए जानते हैं उन्होंने और क्या कुछ कहा है।
कौन इस रिपोर्ट पर यकीन करेगा?- मनोज झा
देश में हिन्दुओं की आबादी घटने वाली रिपोर्ट पर राजद नेता मनोज झा ने कहा कि जब देश में जनगणना हुई ही नहीं है तो आखिर ये आंकड़े कहां से सामने आये। उन्होंने कहा कि कौन इस रिपोर्ट पर यकीन करेगा। मनोज झा ने आरोप लगाया कि मंडल आयोग से ध्यान हटाने के लिए इस तरह की बातें कहीं जा रही हैं।
PM मंडल आयोग की रिपोर्ट को पढ़ें- मनोज झा
राजद नेता मनोज झा ने कहा कि सामाजिक शैक्षणिक आधार पर आरक्षण है। मंडल आयोग में 3745 जातियाँ पिछड़ी जाति है। गैर हिन्दू के बीच शैक्षणिक पिछड़ापन हिन्दुओं की ही तरह है। उन्होंने कहा कि पीएम चुनाव को मुद्दों पर लड़ने में हार रहे हैं तो ऐसी बात कर रहे हैं। चुनाव हार रहे हैं इसलिए गलतबयानी कर रहे हैं। काफी झूठ बोल रहे हैं। PM मंडल आयोग की रिपोर्ट को पढ़ें।
मुस्लिमों की आबादी में बड़ा इजाफा
इकोनॉमिक एडवायजरी काउंसिल की रिपोर्ट के मुताबिक, 1950 से 2015 के बीच भारत में मुस्लिमों की आबादी में 43.15 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। 1950 में मुस्लिम भारत में 9.84 फीसदी थे। 2015 में बढ़ोतरी के साथ ये संख्या 14.09 फीसदी हो गई है। देश में सिख आबादी में 6.58 प्रतिशत और ईसाई आबादी में 5.38 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
तेजस्वी यादव ने दिया बयान
तेजस्वी यादव ने भी पीएम आर्थिक सलाहकार परिषद की रिपोर्ट पर बयान दिया है। तेजस्वी ने कहा है कि जनगणना 2021-22 में होनी थी वह 2024 तक नहीं हुई। वे केवल लोगों को गुमराह करने की बात कर रहे हैं। तेजस्वी ने कहा कि देश और लोगों के बीच नफरत फैलाना यही पीएम मोदी और बीजेपी का एजेंडा है, वे देश की जनता को फिर से धोखा देना चाहते हैं।
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