नई दिल्ली: लोकसभा चुनावों में फेक वीडियो के जरिए झूठ फैलाया जा रहा है। पिछले कुछ दिनों में इस तरह के तमाम वीडियो सामने आए हैं, जिनमें कुछ बड़े नेता किसी मुद्दे पर बयान देते हुए नजर आए हैं, लेकिन बाद में वीडियो के साथ छेड़छाड़ की बात सामने आई है। सियासी दल इन फेक वीडियो के लिए अपने प्रतिद्वंदियों पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं। हाल ही में जिस वीडियो पर सबसे ज्यादा बवाल मचा है वह गृह मंत्री अमित शाह का आरक्षण पर दिए गए बयान संबंधी वीडियो है। इस बीच भारतीय जनता पार्टी ने दावा किया है कि अलग-अलग हैंडल द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ये वीडियो प्रसारित किए जा रहे हैं।
बीजेपी का कहना है किविपक्षी दल तरह-तरह के सियासी हथकंडे अपना रहे हैं। पार्टी का कहना है कि कांग्रेस द्वारा गृह मंत्री अमित शाह का भी फर्जी वीडियो धड़ल्ले से वायरल किया गया है। इस एडिटेड वीडियो में अमित शाह को ये कहते हुए दिखाया जा रहा है कि अगर बीजेपी सत्ता में आई तो SC/ST/OBC आरक्षण बंद कर दिया जाएगा, जबकि सच्चाई ये है कि अमित शाह कह रहे थे कि गैर संवैधानिक मुस्लिम आरक्षण बंद कर दिया जाएगा।
बीजेपी नेता किरोड़ी लाल मीणा का भी एक डॉक्टर्ड वीडियो वायरल किया गया, जिसमें वह कथित तौर पर कह रहे थे कि अगर पीएम 400 सीटों का आंकड़ा पार करेंगे तो संविधान बदल देंगे और आरक्षण भी समाप्त कर देंगे, जबकि ये फेक वीडियो है। पार्टी के मुताबिक, मीणा तो ये बता रहे थे कि ये जानकारी झूठी है लेकिन उनके इस भाग को एडिट कर दिया गया।
इसी तरह अभिनेता आमिर खान का एक फर्जी वीडियो फैलाया गया जिसमें वह लोगों को जुमले वादों से सुरक्षित रहने की चेतावनी देते हुए कांग्रेस पार्टी का प्रचार करते हुए कह रहे थे कि सभी भारतीयों के पास 15 लाख रुपये हैं। बाद में आमिर खान ने स्पष्टीकरण जारी किया कि उन्होंने कभी किसी राजनीतिक दल का समर्थन नहीं किया है।
इसी तरह अभिनेता रणवीर सिंह का एक फर्जी वीडियो वायरल किया गया था, जिसमें यह दिखाया गया कि वह कह रहे हैं कि पीएम मोदी का उद्देश्य हमारे दुख, जिंदगी, बेरोजगारी, और महंगाई का जश्न मनाना है। जबकि ये फर्जी वीडियो है।
इसी तरह अभिनेता अल्लू अर्जुन का एक फर्जी वीडियो यह बताने के लिए फैलाया गया, जैसे वह कांग्रेस का प्रचार कर रहे हों।