अमेठी: यूपी के लोकसभा चुनाव में सबसे चर्चित सीटों में से शामिल अमेठी लोकसभा सीट पर इस बार भी कड़ा मुकाबला देखने को मिलने वाला है। काफी कश्मकश के बाद नामांकन वाले दिन कांग्रेस पार्टी ने इस सीट के लिए अपने प्रत्याशी के नाम का ऐलान किया है। वैसे तो यूपी की अमेठी लोकसभा सीट कांग्रेस पार्टी की पारंपरिक लोकसभा सीट कही जाती है, लेकिन पिछली बार के लोकसभा चुनाव में जिस तरह से कांग्रेस के नेता राहुल गांधी को यहां पर हार का सामना करना पड़ा उसके बाद से इस सीट पर कुछ भी कह पाना संभव नहीं है।
कांग्रेस को के एल शर्मा पर भरोसा
वहीं लोकसभा चुनाव 2024 की बात करें तो कांग्रेस पार्टी ने लंबी चर्चा और कई बैठकों के बाद अमेठी सीट पर किशोरी लाल शर्मा को टिकट दिया है। किशोरी लाल शर्मा कांग्रेस पार्टी से काफी लंबे समय से जुड़े हुए हैं। राजीव गांधी के समय से ही वह कांग्रेस पार्टी के लिए काम कर रहे हैं। ऐसे में इस क्षेत्र में उनकी काफी अच्छी पहुंच है। यही वजह है कि कांग्रेस पार्टी ने इस बार किशोरी लाल शर्मा पर भरोसा जताया है। हालांकि ये देखने वाली बात होगी कि क्या इस बार कांग्रेस अपनी पारंपरिक सीट को बचा पाएगी या इस बार भी कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ेगा।
फिर से अमेठी पर कब्जा करने उतरीं स्मृति
इसके अलावा दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी की बात करें तो पिछली बार के चुनाव में स्मृति ईरानी ने बड़ा उलटफेर करते हुए सबको चौंका दिया। स्मृति ईरानी ने अमेठी सीट पर राहुल गांधी को हराया था। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर स्मृति ईरानी को ही अमेठी सीट से अपना प्रत्याशी बनाया है। स्मृति ईरानी भारतीय जनता पार्टी की कद्दावर नेता हैं। यही वजह है 2019 के चुनाव में उन्होंने अमेठी सीट पर जीत दर्ज की। स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को 55,120 वोटों के अंतर से हराया था। ऐसे में इस बार भी कांग्रेस के लिए अमेठी की राह आसान नहीं होने वाली है।
क्या है अमेठी का जातीय समीकरण
जातीय समीकरण की बात करें तो अमेठी में दलित (26 फीसदी), मुस्लिम (20 फीसदी) और ब्राह्मण (18 फीसदी) का दबदबा है। ऐसे में जातीय समीकरण के हिसाब से कांग्रेस को लगता है कि उनको फायदा हो सकता है। लेकिन बीते पांच सालों में स्मृति ईरानी ने यहां पर जो काम करवाए और स्थानीय लोगों का भरोसा जीतने का काम किया, उस आधार पर उन्हें वोट मिलेंगे। स्मृति ईरानी ने अमेठी में घर भी बनवा लिया है। वह लगातार लोगों के बीच जाकर जनसंपर्क कर रही हैं।
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