Thursday, November 21, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. भारत
  3. राजनीति
  4. लोकसभा चुनाव में गर्दा उड़ा रहे भोजपुरी सितारे, लेकिन बिहार में नहीं मिल रही सियासी जमीन

लोकसभा चुनाव में गर्दा उड़ा रहे भोजपुरी सितारे, लेकिन बिहार में नहीं मिल रही सियासी जमीन

लोकसभा चुनाव के लिए अभी तक जो उम्मीदवार घोषित हुए हैं, उनमें कई सारे नाम भोजपुरी सितारों के भी हैं। लेकिन ये सभी बिहार के बाहर चुनाव लड़ रहे हैं। ये देखा जा रहा है कि भोजपुरी सितारों को राजनीतिक दल बिहार से टिकट देने में हिचक रही हैं।

Edited By: Swayam Prakash @swayamniranjan_
Updated on: March 31, 2024 17:40 IST
Bhojpuri stars- India TV Hindi
Image Source : FILE PHOTO बीजेपी सांसद रवि किशन, दिनेश लाल निरहुआ और भोजपुरी स्टार पवन सिंह

भोजपुरी एक ऐसी भाषा है जो विदेश में मॉरीशस, सूरीनाम, त्रिनिदाद और टोबैगो जैसे देशों में भी बोली जाती है। इसी भाषा से निकले सितारे राष्ट्रीय राजनीति में तो धूम मचा रहे हैं , लेकिन वे बिहार में चुनावी मुकाबले में यही सितारे दूर-दूर तक नहीं दिखाई दे रहे हैं। बिहार के कैमूर जिले के अतरवलिया गांव के निवासी मनोज तिवारी ने दिल्ली को अपनी राजनीतिक ‘‘कर्मभूमि’’ बनाया है, जबकि रवि किशन और दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ उत्तर प्रदेश से फिर से चुनावी मौदान में हैं। इसी तरह लोकसभा चुनाव की घोषणा से पहले आरा के मूल निवासी पवन सिंह के चुनावी मैदान में उतरने की काफी चर्चा थी। उन्हें टिकट भी मिल गया था लेकिन वो भी बिहार से नहीं बल्कि पश्चिम बंगाल से। फिर पवन सिंह ने एक विवाद के चलते चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया। 

निर्दलीय लड़ रहे बिहार से एकमात्र भोजपुरी गायक

अब अटकलें हैं कि अपने गानों से इंटरनेट पर सुर्खियां बटोरने वाली नेहा सिंह राठौड़ को कांग्रेस टिकट दे सकती है। वह राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ सहित पार्टी के कई कार्यक्रमों में शामिल होती दिखी थीं। बिहार से चुनाव मैदान में उतरने वाले एकमात्र लोकप्रिय भोजपुरी/मगही गायक गुंजन कुमार ने कहा, ‘‘कई भोजपुरी सुपरस्टार आगामी लोकसभा चुनाव के लिए मैदान में हैं, लेकिन क्षेत्रीय फिल्म जगत के केंद्र कहे जाने वाले बिहार या पड़ोसी राज्य झारखंड से किसी को भी मैदान में नहीं उतारा गया है।’’ गुंजन कुमार नवादा लोकसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं जहां 19 अप्रैल को मतदान होगा। गुंजन ने कहा कि उन्होंने अपने गृह नगर नवादा से चुनाव लड़ने के लिए टिकट के लिए सभी प्रमुख राजनीतिक दलों से संपर्क किया था, लेकिन किसी ने उन्हें टिकट नहीं दिया, इसीलिए उन्हें निर्दलीय चुनाव लड़ना पड़ा। 

शत्रुघ्न सिन्हा के बाद बिहार से कोई नहीं लड़ा

भोजपुरी गायक गुंजन कुमार ने कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि राजनीतिक दल बिहार से ही भोजपुरी गायकों/अभिनेताओं को लोकसभा चुनाव में उतारने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं।’’ हालांकि, विधानसभा में भोजपुरी गायक विनय बिहारी पश्चिमी चंपारण की लौरिया विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक हैं। कुमार ने कहा, ‘‘यदि याद करूं तो बिहारी बाबू के नाम से लोकप्रिय शत्रुघ्न सिन्हा ही अंतिम अभिनेता थे, जो राज्य में लोकसभा चुनाव के लिए खड़े हुए थे और उन्होंने पटना सहिब निर्वाचन क्षेत्र से दो बार जीत दर्ज की थी। उसके बाद 2019 में उन्हें टिकट नहीं दिया गया लेकिन अब वह पश्चिम बंगाल की आसनसोल सीट से फिर चुनाव लड़ रहे हैं।’’ 

"अन्य सीटों से टिकट दिया जाता है, लेकिन बिहार से नहीं"

वहीं लौरिया विधानसभा सीट से भाजपा के तीन बार के विधायक विनय बिहारी ने भी इसी तरह का विचार व्यक्त करते हुए कहा, ‘‘यह सच है कि प्रमुख राजनीतिक दल बिहार से ही भोजपुरी अभिनेताओं/गायकों को लोकसभा टिकट देने में थोड़ा हिचक रहे हैं। उन्हें (अभिनेताओं/गायकों को) अन्य राज्यों से लोकसभा टिकट दिया जाता है, लेकिन बिहार से नहीं।’’ बिहारी ने आगे कहा कि भाजपा ने 2014 में शत्रुघ्न सिन्हा को पटना साहिब से टिकट दिया था जहां से उन्होंने जीत हासिल की, लेकिन उसके बाद किसी भी भोजपुरी अभिनेता या गायक को बिहार से लोकसभा का टिकट नहीं दिया गया। उन्होंने यह भी कहा कि जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने 2014 में पश्चिम चंपारण से फिल्म निर्माता प्रकाश झा को लोकसभा का टिकट भी दिया था। उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस दर्द को समझ सकता हूं। जब मैंने 2010 में लौरिया विधानसभा सीट से चुनाव जीता था, उस समय निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में खड़ा हुआ था। इसके बाद मैं भाजपा में शामिल हो गया और 2015 और 2020 में जीत हासिल की। 2010 के विधानसभा में कोई भी दल मुझे टिकट देने को तैयार नहीं था।’’ 

रवि किशन बोले- बीजेपी के मामले में ऐसा नहीं

इसी विषय पर लोकप्रिय भोजपुरी अभिनेता और गोरखपुर लोकसभा सीट से भाजपा के उम्मीदवार रवि किशन ने कहा, ‘‘कम से कम हमारी पार्टी (भाजपा) के मामले में ऐसा नहीं है। हमारा शीर्ष नेतृत्व भोजपुरी अभिनेता और गायक समेत किसी भी व्यक्ति को टिकट देने से पहले विभिन्न सामाजिक समीकरणों सहित हर पहलू का विश्लेषण करता है। पार्टी का टिकट हमेशा सबसे योग्य उम्मीदवार को दिया जाता है। बिहार में भी यही स्थिति है।’’ राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के वरिष्ठ नेता एवं पार्टी के प्रवक्ता (बिहार इकाई) मृत्युंजय तिवारी ने कहा, "शीर्ष नेतृत्व द्वारा लोकसभा टिकट देते समय कई कारकों को ध्यान में रखा जाता है। हमारी पार्टी के प्रमुख लालू प्रसाद जी ने हमेशा से भोजपुरी कलाकारों को उचित सम्मान दिया है। मुझे यकीन है कि आने वाले वर्षों में तेजस्वी प्रसाद यादव जी के नेतृत्व में हमारी पार्टी भोजपुरी अभिनेताओं/गायकों को लोकसभा चुनाव में उतारने पर विचार करेगी।"

ये भी पढ़ें-

 

Latest India News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Politics News in Hindi के लिए क्लिक करें भारत सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement