देश के 21 राज्यों और केंद्रीय शासित प्रदेशों में 19 अप्रैल को लोकसभा चुनाव का पहला चरण होगा जिसके तहत 102 सीटों पर वोटिंग होगी। पहले चरण में 8 केंद्रीय मंत्री, दो पूर्व मुख्यमंत्री और एक पूर्व राज्यपाल भी इस चरण में चुनाव मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इनमें से केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी नागपुर लोकसभा क्षेत्र से जीत की हैट्रिक लगाने की आस लगाये बैठे हैं, तो वहीं केंद्रीय मंत्री किरण रीजीजू अरुणाचल पश्चिम सीट से चुनाव मैदान में हैं।
अरुणाचल और असम के उम्मीदवार
अरुणाचल पश्चिम लोकसभा सीट पर रीजीजू का मुकाबला पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस की अरुणाचल प्रदेश इकाई के वर्तमान अध्यक्ष नबाम तुकी से है। केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी एवं जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल असम के डिब्रूगढ़ लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में हैं। केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री रामेश्वर तेली का टिकट कटने के बाद राज्यसभा सदस्य सोनोवाल को डिब्रूगढ़ से चुनाव मैदान में उतारा गया है।
मुजफ्फरनगर और उधमपुर
यूपी की मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबले की उम्मीद है, जहां केंद्रीय मंत्री संजीव बलियान का मुकाबला समाजवादी पार्टी (सपा) के हरेंद्र मलिक और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के उम्मीदवार दारा सिंह प्रजापति से है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मंत्रिमंडल में शामिल और दो बार के सांसद जितेंद्र सिंह उधमपुर लोकसभा सीट से लगातार तीसरी बार चुनाव जीतने की उम्मीद लगाये हुए हैं। केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा सदस्य भूपेन्द्र यादव को राजस्थान की अलवर लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा गया है। यादव का मुकाबला कांग्रेस के मौजूदा विधायक ललित यादव से है।
अलवर और तमिलनाडु
अलवर सीट से मौजूदा सांसद बालक नाथ का टिकट कट गया है। राजस्थान की बीकानेर संसदीय सीट पर केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल का मुकाबला कांग्रेस के पूर्व मंत्री गोविंद राम मेघवाल से है। तो वहीं, तमिलनाडु की नीलगिरी लोकसभा सीट पर द्रमुक सांसद एवं पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा का मुकाबला भाजपा के एल मुरुगन से है जो केंद्रीय मत्स्य राज्य मंत्री हैं। मध्य प्रदेश से राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुए मुरुगन पहली बार नीलगिरी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।
शिवगंगा कोयंबटूर
शिवगंगा लोकसभा सीट से सांसद कार्ति चिदंबरम कांग्रेस के टिकट पर पुन: मैदान में हैं और उनका मुकाबला भाजपा के टी देवनाथन यादव और अन्नाद्रमुक के जेवियर दास से है। कार्ति के पिता, पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम शिवगंगा लोकसभा सीट से सात बार सांसद चुने गए थे। भाजपा की तमिलनाडु इकाई के अध्यक्ष के.अन्नामलाई कोयंबटूर लोकसभा सीट से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं, जहां उनका मुकाबला द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के नेता गणपति पी.राजकुमार और अखिल भारतीय द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) के सिंगाई रामचंद्रन से है।
हाल ही में तेलंगाना के राज्यपाल और पुडुचेरी के उपराज्यपाल पद से इस्तीफा देने वाली तमिलिसाई सौंदरराजन सक्रिय राजनीति में वापसी करते हुए चेन्नई दक्षिण लोकसभा क्षेत्र से चुनाव मैदान में हैं। कांग्रेस की दिग्गज नेता कुमारी अनंत की बेटी तमिलिसाई सौंदरराजन ने तूतुकोड़ी लोकसभा सीट से द्रमुक नेता कनिमोई के खिलाफ 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ा था लेकिन हार गई थीं।
छिंदवाड़ा और त्रिपुरा
कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे नकुल नाथ छिंदवाड़ा लोकसभा क्षेत्र से एक बार फिर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। छिंदवाड़ा लोकसभा सीट को कमलनाथ का गढ़ माना जाता है, जिन्होंने 1980 के बाद से नौ बार इस सीट पर जीत हासिल की थी। 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने राज्य की 29 में से 28 सीट जीती थीं लेकिन छिंदवाड़ा पर विजय प्राप्त करने से चूक गई थी।
पश्चिम त्रिपुरा लोकसभा सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब और कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष आशीष कुमार साहा के बीच मुकाबला है। मणिपुर के कानून एवं शिक्षा मंत्री और भाजपा के उम्मीदवार बसंत कुमार सिंह इनर मणिपुर निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव मैदान में हैं और उनका मुकाबला जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के प्रोफेसर व कांग्रेस उम्मीदवार बिमल अकोइजाम से है।
राजस्थान
भाजपा का गढ़ मानी जानी वाली उत्तरी राजस्थान की चूरू लोकसभा सीट पर दो बार के पैरालंपिक स्वर्ण पदक विजेता भाला फेंक खिलाड़ी और भाजपा उम्मीदवार देवेंद्र झाझरिया अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। उनका मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवार राहुल कस्वां से है। कस्वां ने टिकट मिलने पर मार्च में भाजपा छोड़कर कांग्रेस का हाथ थाम लिया था।
देश की 18 वीं लोकसभा के लिए सात चरणों में 543 सीट पर मतदान होगा और मतगणना चार जून को होगी।
(इनपुट-भाषा)