लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण का मतदान होने से पहले कांग्रेस को तगड़ा झटका लगा है। कांग्रेस की राष्ट्रीय मीडिया को-ऑर्डिनेटर राधिका खेड़ा ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। कांग्रेस से अपने इस्तीफे पर कांग्रेस की राष्ट्रीय मीडिया समन्वयक राधिका खेड़ा ने कहा है कि, ''राम लला की जन्मस्थली श्री अयोध्या धाम हम सभी के लिए बहुत पवित्र स्थान है और मैं खुद को वहां जाने से नहीं रोक सकी। लेकिन मैंने कभी ऐसा नहीं सोचा था।'' मेरे वहां जाने पर मुझे इतना विरोध झेलना पड़ेगा, मेरे साथ छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में दुर्व्यवहार किया गया, मुझे वहां धकेल दिया गया और कमरे में बंद कर दिया गया, मैं छोटे से लेकर बड़े से बड़े नेतृत्व तक चीखती-चिल्लाती रही , लेकिन मुझे न्याय नहीं मिला... आज मैंने अपने पार्टी पद और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है, लेकिन मुझे पूरा विश्वास है कि रामलला मुझे न्याय जरूर देंगे...''
राधिका खेड़ा ने कहा-
राधिका खेड़ा ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को अपना इस्तीफा दिया, जिसमें उन्होंने लिखा कि आज अत्यंत पीड़ा के साथ पार्टी की प्राथमिक सदस्यता त्याग रही हूँ व अपने पद से इस्तीफ़ा दे रही हूं। हां, मैं लड़की हूं और लड़ सकती हूं, और वही अब मैं कर रहीं हूं। अपने व देशवासियों के न्याय के लिए मैं निरंतर लड़ती रहूंगी। मैंने अपने 22 साल से ज्यादा समय जिस पार्टी को दिया, एनएसयूआई से लेकर एआईसीसी के मीडिया प्रभाग में पूरी ईमानदारी से अपना काम किया। आज वहीं मुझे विरोध का सामना करना पड़ा। वो भी सिर्फ इसलिए कि मैं रामलला के दर्शन करने से खुद को रोक नहीं पाई।
मैंने हमेशा से दूसरों के न्याय के लिए हर मंच से लड़ाई लड़ी है, लेकिन जब खुद के न्याय की बात सामने आई तो पार्टी में मैंने खुद को हारा हुआ पाया। एक महिला होने के नाते मैं खुद को असहाय पाया है।