लोकसभा चुनाव 2024 के लिए बीजेपी ने अपने 195 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट शनिवार को जारी कर दिया है। इस लिस्ट में कई दिग्गज नेताओं के नाम शामिल हैं तो वहीं इस लिस्ट में एकमात्र उम्मीदवार अब्दुल सलाम को केरल के मलप्पुरम से टिकट दिया है। बता दें कि इस सूची में केरल से भाजपा ने अपने 12 उम्मीदवारों को टिकट दिया है और जिस एकमात्र मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट दिया है उनका नाम है अब्दुल सलाम।
केरल में भाजपा ने इस वजह से सुस्लिम उम्मीदवार अब्दुल सलाम पर भरोसा जताया है क्योंकि वे वहां एक सेकुलर फेस हैं। अब्दुल सलाम के नाम को लेकर काफी दिन से चर्चा थी जिसपर आज मुहर लग गई है। अभी भाजपा की अगली लिस्ट आनी बाकी है तो उसमें देेखना होगा कि भाजपा कितने मुस्लिम उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारती है और क्या केरल की ही तरह भाजपा का ये दांव अन्य राज्यों में भी आजमाएगी।
जानिए कौन हैं अब्दुल सलाम
डॉक्टर अब्दुल सलाम तिरूर से आते हैं और भाजपा नेता हैं। अब्दुल सलाम कालीकट यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर थे और वह साल 2011 से लेकर 2015 तक वाइस चांसलर के रूप में कार्यरत थे। उस वक्त उनका नामांकन यूडीएफ ने किया था, जिस पर कांग्रेस की पकड़ है। मगर, साल 2019 में वह भाजपा में शामिल हो गए थे। माई नेता डॉट इनफो के अनुसार उनकी कुल संपत्ति 6 करोड़ 47 लाख रुपये है और उनके खिलाफ कोई भी आपराधिक मामला दर्ज नहीं है।
पुराने समीकरण पर कायम रहेगी भाजपा?
बता दें कि उत्तर प्रदेश में भी कई ऐसी सीटें हैं, जहां अल्पसंख्यक उम्मीदवार उतारे जा सकते हैं। लेकिन भाजपा अपना पूरा गुणा-गणित लगाकर ही उम्मीदवारों के नाम का ऐलान करती है। जैसे यूपी में मुस्लिम बाहुल्य सीट संभल से भाजपा ने परमेश्वर लाल सैनी, अमरोहा से कंवर सिंह तंवर और रामपुर से घनश्याम लोधी को उतारा गया है। रामपुर में जहां मुस्लिम वोटरों का दबदबा है, वहां भी पिछली बार उपचुनाव में घनश्याम लोधी जीते थे और 2014 के चुनाव में संभल सीट बीजेपी ने जीता था। ऐसे लगता तो ये है कि भाजपा अपने पुराने सामाजिक समीकरण पर ही चल रही है।