लोकसभा चुनाव में इस बार भाजपा ने जीत के लिए 400 से ज्यादा सीटों का लक्ष्य रखा है। चुनाव के लिए पार्टी ने अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है, जिसमें कई पुराने चेहरों पर भाजपा ने भरोसा जताया है तो वहीं कुछ नए चेहरों को भी टिकट दिया है। टिकट नहीं मिलने से कुछ मंत्री उदास भी हैं। मोदी सरकार में मंत्री रहे जिन नेताओं को आगामी लोकसभा चुनाव का टिकट नहीं मिला है, उन्हें प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को हुई एक अहम बैठक में सलाह दी है। सूत्रों के मुताबिक मोदी ने कहा कि इन नेताओं को पहले ही की तरह अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करना चाहिए क्योंकि अगली सरकार के गठन तक वो मंत्री हैं..इसलिए मंत्री के तौर वो अपना काम करते रहें।
पद की लालसा ना करें. डीप फेक से सतर्क रहें
पीएम मोदी ने आगे कहा कि देश की सेवा कहीं भी रहकर की जा सकती है, फिर चाहे मंत्री का पद हो, संगठन के पदाधिकारी का पद हो या फिर आम कार्यकर्ता का हो। मोदी ने अपना उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने भी पद मिलने से पहले करीब 30 साल तक बैकग्राउंड में रहकर काम किया था। मैंने किसी पद की लालसा नहीं की इसलिए जिन्हें टिकट नहीं मिला है उन्हें भी अपनी जिम्मेदारी पहले की तरह निभानी चाहिए और पार्टी को मजबूत बनाने में जुटे रहना चाहिए।
मंत्रियों के साथ प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को बैठक की और मंत्रियों को हिदायत देते हुए कहा कि, जब भी बोलें, सोच समझकर बोलें। विवादित बयानबाज़ी से बचें। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने डीप फेक से सतर्क रहने के लिए भी कहा। पीएम ने मंत्रियों को अगले 100 दिन का प्लान तैयार करने के लिए कहा।
बीजेपी कार्यकर्ताओं-नेताओं को मोदी का संदेश
पीएम मोदी ने पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं को एक मैसेज दिया है। मोदी ने कहा कि इस बार दक्षिण भारत में बीजेपी की सीट बढ़ेंगी क्योंकि वहां के लोग अब बीजेपी को आजमान चाहते हैं। राम मंदिर बनाने में दक्षिण भारत का भी अहम रोल रहा है और अब जिस तरह अयोध्या में भव्य राम मंदिर बना है, उसे देखते हुए ये कहा जा सकता है कि लोकसभा चुनाव में दक्षिण में बीजेपी को कामयाबी मिलेगी।