नई दिल्ली: पहलवानों के यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह ने गुरुवार को संकेत दिए कि वह आसानी से हार नहीं मानेंगे। BJP सांसद बृजभूषण के बयान से लग रहा है कि वह खुद को बेगुनाह साबित करने के लिए अपनी तरफ से कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने वीडियो मैसेज में अपने ऊपर लगे आरोपों का जिक्र किए बिना संकेत दिया कि जब तक उनके पास लड़ने की ताकत है तब तक वह हथियार नहीं डालेंगे।
‘मैं ऐसी जिंदगी जीना पसंद नहीं करूंगा’
WFI चीफ ने कहा,‘मित्रों, जिस दिन मैं अपने जीवन की समीक्षा करूंगा कि क्या खोया क्या पाया, जिस दिन मैं महसूस करूंगा कि मेरे संघर्ष करने की क्षमता अब समाप्त हो गई है, जिस दिन मैं महसूस करूंगा मैं लाचार हूं, मैं बेचारा हूं, मैं ऐसी जिंदगी जीना पसंद नहीं करूंगा। मैं चाहूंगा कि ऐसी जिंदगी जीने के पहले मौत मेरे करीब आ जाए।’ वर्ल्ड चैंपियनशिप की मेडल विनर विनेश फोगाट, ओलंपिक मेडल विजेता बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक सहित कई स्टार पहलवानों ने बृजभूषण के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं।
अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं पहलवान
देश के ये बड़े पहलवान जंतर-मंतर पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं। पहलवानों ने बृजभूषण के खिलाफ अपना विरोध तेज कर दिया है और जोर देकर कहा है कि वे WFI अध्यक्ष की गिरफ्तारी तक दिल्ली के जंतर-मंतर से नहीं जाएंगे। इन पहलवानों ने गंभीर आरोपों की जांच के लिए निगरानी समिति के गठन के बाद अपना धरना खत्म करने के 3 महीने बाद रविवार को कुश्ती महासंघ के प्रमुख के खिलाफ अपना विरोध फिर से शुरू कर दिया था। खेल मंत्रालय ने 6 सदस्यीय निगरानी पैनल के निष्कर्षों को अभी तक सार्वजनिक नहीं किया है। इस निगरानी पैनल ने 5 अप्रैल को अपनी रिपोर्ट सौंप दी थी।