जम्मू: जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद को एक बड़ा झटका लगा है। आधा दर्जन से ज्यादा वरिष्ठ नेता शुक्रवार को उनकी पार्टी छोड़कर कांग्रेस में लौट सकते हैं। पूर्व उपमुख्यमंत्री तारा चंद और पूर्व मंत्री पीरजादा मुहम्मद सैयद सहित इन नेताओं के करीबी सूत्रों ने कहा कि आजाद की डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी (DAP) में शामिल होने वाले आधा दर्जन से ज्यादा पूर्व वरिष्ठ कांग्रेस नेता शुक्रवार को कांग्रेस में लौट आएंगे। इन नेताओं की घर वापसी नई दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में होगी। सूत्रों ने कहा, जम्मू-कश्मीर कांग्रेस अध्यक्ष विकार रसूल वानी घर वापसी समारोह के दौरान मौजूद रहेंगे।
आजाद ने सितंबर के अंत में अपनी पार्टी, डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी बनाई है और जम्मू-कश्मीर में आगामी विधानसभा चुनावों में भाग लेने के अपने फैसले की घोषणा की है।
आजाद के कांग्रेस में फिर से शामिल होने की थी खबरें
बता दें कि हाल में आजाद के कांग्रेस में फिर से शामिल होने की खबरें आई थी जिस पर उन्होंने खुद सामने आकर सफाई दी थी। आजाद ने इस तरह की खबरों को 'पूरी तरह निराधार' बताते हुए खारिज कर दिया था। उन्होंने आरोप लगाया कि यह उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं का मनोबल गिराने के लिए है।
'मेरे नेताओं का मनोबल गिराने की कोशिश'
गुलाम नबी आजाद ने मीडिया के एक वर्ग में आई खबरों पर हैरानी जताते हुए ट्वीट में कहा था, "दुर्भाग्य से इस तरह की कहानियां कांग्रेस पार्टी में नेताओं के एक वर्ग द्वारा अभी प्लांट की जा रही हैं और मेरे नेताओं और समर्थकों का मनोबल गिराने के लिए ऐसा कर रहे हैं।" उन्होंने कहा, "कांग्रेस पार्टी और उसके नेतृत्व के प्रति मेरे मन में कोई दुर्भावना नहीं है, हालांकि मैं उनसे अनुरोध करता हूं कि वह इन कथावाचकों को ऐसा करने से रोकें। एक बार फिर मैं जोर देकर कहना चाहता हूं कि यह खबर पूरी तरह निराधार है!"
कांग्रेस से तोड़ा 52 साल पुराना रिश्ता
आजाद ने इस साल की शुरुआत में कांग्रेस के साथ अपना 52 साल पुराना साथ तोड़ दिया था। पार्टी आलाकमान के साथ अपने मतभेदों के बाद आजाद ने अगस्त में कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था और राहुल गांधी और उनकी मंडली पर निशाना साधा था। 1970 के दशक के मध्य में कांग्रेस में शामिल होने के बाद आजाद ने पार्टी और सरकार दोनों में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया। वह 2005 से 2008 तक जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री भी रहे।