Highlights
- लालू यादव और नीतीश कुमार की सोनिया से मुलाकात
- हमें बीजेपी को हटाना है और देश को बचाना है- लालू
- सभी दलों को मिलकर काम करने की जरूरत- नीतीश
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने रविवार को दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की। लालू-नीतीश की सोनिया से मुलाकात को 2024 के आम चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का मुकाबला करने के लिए विपक्षी दलों को एकजुट करने के प्रयास के तौर पर देखा जा रहा है। सोनिया गांधी के 10 जनपथ आवास पर बैठक को विपक्षी दलों के बीच एकता बनाने के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि कांग्रेस और कुछ क्षेत्रीय दलों के बीच मतभेदों को सुलझाने के प्रयास जारी हैं जिनका पारंपरिक रूप से टकराव रहा है।
मीटिंग के बाद क्या बोले लालू यादव
लंबे समय के बाद, लालू प्रसाद की भी सक्रिय रूप से यह पहली राजनीतिक बैठक थी। वह कुछ समय से बीमार थे। बैठक के बाद, उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमें भाजपा को शिकस्त देने के लिए सभी विपक्षी दलों को एकजुट करना होगा। कांग्रेस अपना नया अध्यक्ष चुनने की प्रक्रिया में जुटी हुई है और सोनिया गांधी ने हमसे कहा है कि हम (कांग्रेस अध्यक्ष पद के) चुनाव के बाद फिर मिलेंगे।’’ लालू यादव ने कहा, "हमें बीजेपी को हटाना है और देश को बचाना है। उसके लिए हम सभी को एक साथ आना होगा, जिस तरह से हमने बिहार में बीजेपी को हटाया था। हमारी सोनिया गांधी से बातचीत हुई है। कांग्रेस पार्टी को नया अध्यक्ष मिलने के बाद उन्होंने हमें 10-12 दिनों के बाद फिर से मिलने के लिए कहा।"
"भाजपा के मुकाबले के लिए सभी विपक्षी सहमत"
बैठक के बाद बिहार के मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘भाजपा का मुकाबला करने के लिए सभी विपक्षी दल सहमत हैं और कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के बाद हम एक ठोस कार्य योजना पर चर्चा करेंगे।’’ सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद नीतीश कुमार ने कहा कि देश को आगे ले जाने के लिए सभी दलों को मिलकर काम करने की जरूरत है।
बीजेपी से नाता तोड़ने के बाद सोनिया से पहली मुलाकात
अगस्त में बिहार में सरकार बनाने के लिए भाजपा से नाता तोड़ने और राजद और कांग्रेस से हाथ मिलाने के बाद से नीतीश कुमार की सोनिया गांधी से यह पहली मुलाकात है। इससे पहले, नीतीश ने कांग्रेस और वामपंथी दलों सहित सभी विपक्षी दलों को भाजपा से मुकाबला करने के लिए एकजुट करने का आह्वान किया और कहा कि यह ‘‘विपक्ष का मुख्य मोर्चा’’ सुनिश्चित करेगा कि भाजपा 2024 के लोकसभा चुनावों में बुरी तरह हार जाए। नीतीश ने हरियाणा में इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) की ओर से पूर्व उप प्रधानमंत्री देवीलाल की जयंती के मौके पर आयोजित एक रैली में कहा कि अगर सभी गैर-भाजपा दल एकजुट हों तो देश को तबाह करने वालों से छुटकारा मिल सकता है।