Highlights
- हरियाणा से 4 बार विधायक, 2 बार सांसद रहे हैं बिश्नोई
- 'काफी समय से बीजेपी में शामिल होने की सोच रहा था'
- बिश्नोई के बीजेपी में आने से पार्टी को फायदा होगा: खट्टर
Kuldeep Bishnoi Join BJP: हरियाणा से चार बार विधायक और दो बार सांसद रहे पूर्व कांग्रेस नेता कुलदीप बिश्नोई (Kuldeep Bishnoi) ने आज गुरुवार को बीजेपी (BJP) का दामन थाम लिया। बिश्नोई की पत्नी और पूर्व विधायक रेणुका बिश्नोई भी बीजेपी में शामिल हो गईं। बीजेपी में शामिल होने के बाद कुलदीप बिश्नोई ने अपनी पूर्व पार्टी कांग्रेस को लेकर बयान दिया है। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस को नसीहत दे डाली।
उस विचारधारा को पुनर्जीवित करना होगा: बिश्नोई
कांग्रेस को लेकर कुलदीप बिश्नोई ने कहा, "इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की कांग्रेस, उनकी विचारधारा कुछ ऐसी है, जिससे पार्टी पूरी तरह से भटक गई है। अगर कांग्रेस को एक बार फिर से बीजेपी का सामना करना है, तो उस विचारधारा को पुनर्जीवित करना होगा।" उन्होंने कहा, "मैं काफी समय से बीजेपी में शामिल होने की सोच रहा था, लेकिन चूंकि मैं लंबे समय से कांग्रेस से जुड़ा रहा हूं, इसलिए एक और मौका देना चाहता था। लेकिन अगर कांग्रेस आत्म-विनाश की स्थिति में है, तो कोई क्या कर सकता है?"
बिश्नोई बिना शर्त के बीजेपी में शामिल हुए: खट्टर
राजधानी दिल्ली स्थित बीजेपी मुख्यालय में बिश्नोई ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, पार्टी महासचिव अरुण सिंह, राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी और हरियाणा की बीजेपी इकाई के प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ की मौजूदगी में बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की। इस अवसर पर खट्टर ने बिश्नोई दंपती का बीजेपी में स्वागत करते हुए कहा कि कुलदीप बिश्नोई से वह लगातार संपर्क बनाए हुए थे और उन्होंने राज्यसभा चुनाव में बीजेपी का सहयोग किया। सीएम खट्टर ने दावा किया कि बिश्नोई बिना किसी शर्त के बीजेपी में शामिल हुए हैं।
हरियाणा के पूर्व सीएम भजन लाल के पुत्र हैं बिश्नोई
बिश्नोई हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल के पुत्र हैं। खट्टर ने कहा कि बिश्नोई के बीजेपी में आने से पार्टी को फायदा मिलेगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि जिस तरह बिश्नोई बीजेपी में शामिल हुए हैं ठीक उसी प्रकार बीजेपी में भी उनमें समा जाएगी। धनखड़ ने उनका बीजेपी परिवार में स्वागत करते हुए कहा कि वह बिश्नोई समाज के प्रमुख नेता हैं और बीजेपी को इसका लाभ हरियाणा के साथ ही राजस्थान में भी मिलेगा।
बीजेपी के साथ कभी 'मनभेद' नहीं रहा: कुलदीप बिश्नोई
बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करने के बाद बिश्नोई ने कहा कि उनका और बीजेपी का चोली-दामन का साथ रहा है। उन्होंने कहा कि तीन साल तक उनकी हरियाणा जनहित कांग्रेस (हजकां) का बीजेपी के साथ गठबंधन रहा और इस दौरान कुछ मतभेदों को लेकर यह गठबंधन टूट गया, लेकिन बीजेपी के साथ कभी उनका 'मनभेद' नहीं रहा। वर्ष 2005 में राज्य में कांग्रेस की जीत के बाद भूपेंद्र सिंह हुड्डा को मुख्यमंत्री बनाए जाने पर बिश्नोई और उनके पिता भजनलाल ने 2007 में हरियाणा जनहित कांग्रेस (हजकां) बनाई थी। हजकां ने बाद में बीजेपी और दो अन्य दलों के साथ गठबंधन कर लिया था और 2014 का लोकसभा चुनाव हरियाणा में साथ लड़ा था। हालांकि, विधानसभा चुनाव से पहले यह गठबंधन टूट गया था।
पीएम मोदी को भारत का 'सबसे बेहतरीन' प्रधानमंत्री बताया
बिश्नोई ने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रभावित होकर बीजेपी में शामिल हुए हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को भारत का 'सबसे बेहतरीन' प्रधानमंत्री बताया जो देश और गरीबों की तरक्की के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने खट्टर की भी जमकर सराहना की और कहा कि आठ सालों से हरियाणा का मुख्यमंत्री रहने के बावजूद उनका दामन पाक साफ है और कोई आरोप नहीं है।
कांग्रेस पार्टी से पहले से ही नाराज चल रहे थे बिश्नोई
गौरतलब है कि बिश्नोई कांग्रेस पार्टी से पहले से ही नाराज चल रहे थे। इस साल की शुरुआत में उन्हें कांग्रेस की हरियाणा इकाई के प्रमुख के पद पर नियुक्त नहीं किए जाने के बाद उन्होंने बगावती तेवर अपना लिए थे। इसके बाद जून में हुए राज्यसभा चुनाव में 'क्रॉस वोटिंग' करने के कारण कांग्रेस ने बिश्नोई को पार्टी के सभी पदों से हटा दिया था। हरियाणा के हिसार जिले की आदमपुर सीट से विधायक 53 वर्षीय बिश्नोई ने बुधवार को विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत भजनलाल के छोटे बेटे कुलदीप बिश्नोई दूसरी बार कांग्रेस से नाता तोड़ रहे हैं। पार्टी से अलग होने के बाद करीब छह साल पहले ही वह दोबारा कांग्रेस से जुड़े थे।