Karnataka Election 2023: कर्नाटक विधानसभा की 214 सीटों के लिए 10 मई को वोट डाले जाएंगे और नतीजे 13 मई को घोषित होंगे। कर्नाटक में बीजेपी ने धुआंधार चुनाव प्रचार किया और बीजेपी के सारे दिग्गजों ने चुनाव प्रचार में अपना जी--जान लगा दिया। पीएम मोदी ने कर्नाटक में कई जनसभाएं कीं और विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा। चुनाव प्रचार में जहां कांग्रेस ने बजरंग दल को लेकर जो बयान दिया उससे बवाल मचा रहा तो वहीं बीजेपी ने बजरंगबली को हथियार बनाकर कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा।
पीएम मोदी पहली पसंद-अमित शाह
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पीएम मोदी की लोकप्रियता दिख रही है और कर्नाटक में बीजेपी की सरकार तय है। पू्र्ण बहुमत से कर्नाटक में सरकार बनाएंगे। सोमवार को कर्नाटक में मुसलमानों के लिए कोटा बहाल करने और कोटा में छह प्रतिशत की वृद्धि की बात करने के अपने वादे पर कांग्रेस की खिंचाई की और कहा कि पार्टी को यह स्पष्ट करना चाहिए कि क्या वह लिंगायत या वोक्कालिगा, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के लाभों को कम करेगी। शाह ने कहा कि सिद्धारमैया को स्पष्ट करना चाहिए कि अगर कांग्रेस मुसलमानों के लिए आरक्षण 4 प्रतिशत से बढ़ाकर 6 प्रतिशत कर देती है, तो वह किसके आरक्षण में कटौती करेगी।
शाह ने कहा कि कर्नाटक में भाजपा पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएगी। पीएम मोदी की लोकप्रियता जबरदस्त है जो वोटों में बदल जाएगी। यह स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है कि भाजपा पूर्ण बहुमत से अपनी सरकार बनाएगी। शाह ने आगे कहा कि भाजपा हर बार बदलाव करती है।"हमने इस बार भी किया है। युवाओं को मौका देना भाजपा में एक प्रवृत्ति रही है और हमने इस पर विशेष ध्यान दिया है।"
जेपी नड्डा ने कहा- कर्नाटक के हर इलाके में बीजेपी-बीजेपी
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि बीजेपी के प्रति लोगों में भारी उत्साह है। BJP का काम जनता को दिख रहा है। अपने दम पर हम सरकार बनाएंगे। BJP सरकार में लोगों ने विकास देखा है, हाईवे, रेलवे, एयर कनेक्टिविटी बेहतर हुई। 5 साल पहले मैसूर जाने में भी दिक्कत होती थी और आज हाईवे से 75 मिनट में मैसूर का सफर तय हो जाता है।
येदियुरप्पा सरकारी योजनाओं को जमीन पर लाए और येदियुरप्पा के काम को सीएम बोम्मई ने बढ़ाया। कर्नाटक की जनता को नई ताकत मिली है।
नड्डा ने कहा-बजरंग बली को चुनाव में कांग्रेस लेकर आई। कांग्रेस के जेहन में डिवाइड एंड रूल की सियासत, कांग्रेस तुष्टिकरण की राजनीति करती है। कांग्रेस ने चुनाव को धार्मिक रंग दिया। कांग्रेस धर्म के नाम पर राजनीति करती है। कांग्रेस का मंदिर जाना मुद्दा बन जाता है, कांग्रेस का मंदिर जाना भी सियासत है। वहीं, पीएम मोदी धर्म-आस्था के प्रति समर्पित हैं।