कर्नाटक में विधानसभा चुनाव जीतने के बाद अब कांग्रेस ने सोमवार को विधान परिषद चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है। कांग्रेस ने जगदीश शेट्टार, टिप्पन्नप्पा कमकनूर और एनएस बोसराजू को भी प्रत्याशी बनाया है। बता दें कि जगदीश शेट्टार वही नेता हैं जो भाजपा को छोड़कर कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में शामिल हुए थे। जगदीश शेट्टार का कार्यकाल सबसे लंबा 14 जून 2028 तक का होगा। वहीं कमकनूर का कार्यकाल 30 जून 2026 तक और बोसराजू का कार्यकाल 17 जून 2024 तक रहेगा।
जगदीश शेट्टार कांग्रेस के लिए क्यों हैं अहम?
बता दें कि कर्नाटक में लिंगायत वोटरों की आबादी 17 फीसदी है। ऐसे में बीएस येदियुरप्पा के बाद जगदीश शेट्टार ही लिंगायत समुदाय के दूसरे सबसे बड़े नेता माने जाते हैं। अबतक लिंगायत भाजपा का मजबूत वोटर बेस था। लेकिन इसी लिंगायत वोटरों को कांग्रेस लुभाना चाहती है। इसी साल हुए विधानसभा चुनाव में लिंगातय समुदाय का एक बड़ा वोटर बेस जगदीश शेट्टार के पक्ष में था जिन्हें काफी संख्या में वोट मिले थे। हालांकि जगदीश शेट्टार को इस चुनाव में हार का सामना करना पड़ा लेकिन कांग्रेस के खाते में लिंगायत वोटरों का एक बड़ा तबका जुड़ गया।
कर्नाटक विधान परिषद के उपचुनाव क्यों?
कर्नाटक विधान परिषद की तीन सीटों पर 30 जून को उपचुनाव होने वाला है। हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बाबूराव चिंचनसुर, आर शंकर और लक्ष्मण सावदी ने इस्तीफा दिया था, जिस कारण तीन सीटें खाली हुई थीं। इन तीनों नेताओं ने विधानसभा चुनाव लड़ा था। हालांकि इन तीनों नेताओं में से केवल लक्ष्मण सावदी ही चुनाव जीत सके थे। बाकी के दोनों नेता चुनाव हार गए थे। बता दें कि विधान परिषद उपचुनाव के लिए 30 जून को सुबह 9 बजे शे शाम चार बजे के बीच मतदान होगा।