Karnataka CM Swearing In Ceremony: कर्नाटक में कांग्रेस को मिली बंपर जीत के बाद आज यानी 20 मई के दिन शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया। इस दौरान सिद्धारमैया ने सीएम पद की और डीके शिवकुमार डिप्टी सीएम के पद की शपथ ली। साथ ही अलग-अलग मंत्रालयों के लिए चयनित विधायकों ने भी पद और गोपनीयता की शपथ ली। इस दौरान अलग-अलग राज्यों के कई मुख्यमंत्रियों को शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने को लेकर न्यौता दिया गया। इस लेख में शपथ ग्रहण समारोह के बारे में कुछ अहम बातें बताने वाले हैं।
शपथ ग्रहण समारोह से जुड़ी कुछ बातें
- शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन बेंगलुरू स्थित श्री कांतीरवा स्टेडियम में होगा। पहली सिद्धारमैया ने साल 2013 में इसी मैदान में शपथ ली थी।
- 18 मई को सिद्धारमैया को आलाकमान ने बतौर मुख्यमंत्री चुना। वहीं डीके शिवकुमार के डिप्टी सीएम चुना गया। इसपर डीके शिवकुमार ने कहा था कि राहुल गांधी और सोनिया गांधी की बात को कोई काट नहीं सकता। उनका आदेश सर्वमान्य है।
- सिद्धारमैया के सामने एक सही संयोजन के साथ मंत्रिमंडल की स्थापना करना चुनौतीपूर्ण है। कर्नाटक में मंत्रिमंडल की स्वीकृति क्षमता 34 है, जबकि राज्य में मंत्री बनने की आकांक्षा बहुतों के अंदर है।
- कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, कांग्रेस के कई बड़े नेता और कई मुख्यमंत्री शपथ ग्रहण कार्यक्रम में शामिल होंगे।
- इस शपथ ग्रहण समारोह में अलग-अलग राज्यों के विपक्षी दलों के नेताओं व मुख्यमंत्रियों को न्यौता दिया गया है। लोकसभा चुनाव 2024 से पहले इसे शक्ति प्रदर्शन के रूप में भी देखा जा रहा है।
- इस शपथ ग्रहण कार्यक्रम में शामिल होने के लिए तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, झारखंड के सीए हेमंत सोरेन, बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव टाकरे, यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव, जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारुख अब्दुल्ला, जम्मू कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती, सीपीएम नेता सीताराम येचुरी, सीपीआई नेता डी राजा, जदयू अध्यक्ष लल्लन सिंह, आरएसपी नेता एनके प्रेमचंद्रन, सीपीआईएमएल नेता दिपांकर भट्टाचार्य समेत कई लोगों को न्यौता दिया गया है।
- अखिलेश यादव और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस शपथ ग्रहण समारोह में जाने की संभावना कम है। बलिया और गोरखपुर में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के कारण अखिलेश यादव शपथ ग्रहण समारोह में नहीं जाएंगे।
- संभावना है कि शपथ ग्रहण समारोह के बाद पहली कैबिनेट बैठक में कर्नाटक की नई सरकार 'पांच गारंटी' को लागू करने के लिए कदम उठा सकती है।
- इस गारंटी के तहत सभी घरों में 200 यूनिट मुफ्त बिजली, परिवार की हर महिला मुख्यि को 2 हजार रुपये मासिक, गरीबी रेखा के नीचे के परिवार के प्रत्येक सदस्य को 10 किग्रा मुफ्त चावल, बेरोजगार स्नातक युवाओं के लिए हर महीने 3,000 रुपये और बेरोजगार डिप्लोमा धारकों (18-25 आयु वर्ग में) को दो साल के लिए 1,500 रुपये (युवा निधि) और सार्वजनिक परिवहन बसों (शक्ति) में महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा शामिल हैं।