दिल्ली: कर्नाटक का सीएम कौन होगा-इसपर बुधवार को भी फैसला नहीं हो सका है। दिनभर की गहमागहमी के बाद सिद्धारमैया-डीके शिवकुमार के अलावे किसी तीसरे को भी सीएम बनाए जाने की जानकारी मिलती रही। हालांकि कांग्रेस की तरफ से कहा गया है कि अगले 48 घंटे के भीतर सीएम का नाम फाइनल हो जाएगा और 72 घंटे के भीतर कर्नाटक की पहली कैबिनेट बैठक भी होगी।अब इंतजार जारी है। कर्नाटक के कांग्रेस प्रमुख डीके शिवकुमार महासचिव केसी वेणुगोपाल के आवास पर पहुंचे। उनसे मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि, "बताने के लिए कुछ नहीं है... हमने इसे आलाकमान पर छोड़ दिया है... अब आलाकमान फोन करेगा। मैं आराम करने जा रहा हूं।"
वहीं, कर्नाटक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धारमैया ने महासचिव केसी वेणुगोपाल के आवास से उनसे और कर्नाटक प्रभारी रणदीप सुरजेवाला से मिलने के बाद रवाना हुए क्योंकि कर्नाटक के सीएम का फैसला लंबित है।
सीएम के नाम पर कांग्रेस के एक नेता ने कहा, 'आज रात तक हो जाएगा फाइनल' कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री की घोषणा पर कांग्रेस नेता अजय सिंह कहते हैं, ''मुझे लगता है कि इसे आज रात तक अंतिम रूप दे दिया जाएगा।
जी परेमेश्वर ने कहा-मैं भी बन सकता हूं सीएम
कांग्रेस नेता जी परमेश्वर ने कहा कि सिद्धारमैया के बारे में कहा कि उनमें वरिष्ठता है, सरकार चलाने की क्षमता है। '
कांग्रेस नेता और कर्नाटक के सीएम की दौड़ में तीसरे व्यक्ति की बात पर उन्होंने पीटीआई से बात करते हुए कहा, 'मैंने आठ साल तक पीसीसी अध्यक्ष के रूप में काम किया है। मैं 2013 में सरकार लाया था। मैं गठबंधन सरकार में डिप्टी सीएम रहा हूं। मेरे पास निश्चित रूप से सरकार चलाने की वरिष्ठता और क्षमता है।”
भाई से मुलाकात के बाद डीके शिवकुमार ने कहा
वहीं, भाई डीके सुरेश के आवास पर चर्चा के बारे में पूछे जाने पर डीके शिवकुमार ने कहा कि जस्ट प्रणाम और कुछ नही ंहुआ।
बता दें कि कर्नाटक के सीएम उम्मीदवार डीके शिवकुमार ने बुधवार को अपने भाई और पार्टी के सांसद डीके सुरेश के घर से निकलते हुए कहा, "कुछ नहीं, कोई चर्चा नहीं। बस प्रणाम ..." जैसा कि उनसे पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी के साथ बैठक के बारे में पूछा गया था।
कर्नाटक कांग्रेस प्रमुख डीके शिवकुमार ने सोमवार को "सब कुछ या कुछ नहीं" पर जोर दिया और पूछा कि "सिद्धारमैया ने 3 साल में क्या किया है?" उन्होंने आगे कहा कि सिद्धारमैया की सीएम बोली बड़े विधायक समर्थन और सार्वजनिक लोकप्रियता का दावा करने वाले सर्वेक्षणों के आधार पर, 5 साल का पूर्ण कार्यकाल भी है।