लोकसभा चुनाव के मद्देनजर वोटिंग की तारीख करीब आ चुकी है। 19 अप्रैल को पहले चरण के लिए वोटिंग की जाएगी। इस बीच अधिकांश राज्यों में इंडी गठबंधन और स्थानीय दलों के बीच सीट बंटवारे को लेकर फॉर्मूला तय हो चुका है। बिहार में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर राजद, कांग्रेस और लेफ्ट के बीच भी सीटों का बंटवारा हो चुका है। पहले ऐसी संभावना जताई जा रही थी कि कांग्रेस कन्हैया कुमार को बेगूसराय से अपना उम्मीदवार बना सकती है। लेकिन गठबंधन के फॉर्मूले के तहत यह सीट लेफ्ट के खाते में गई है। ऐसे में सूत्रों की मानें तो अब कन्हैया कुमार कांग्रेस के टिकट पर दिल्ली की किसी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं।
दिल्ली से चुनाव लड़ सकते हैं कन्हैया कुमार
दरअसल मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो केंद्रीय चुनाव समति की बैठक में कन्हैया कुमार के नाम पर मुहर लग सकती है। ऐसी आशंकाएं जताई जा रही है कि कन्हैया कुमार दिल्ली की उत्तर पूर्वी सीट से चुनाव लड़ सकेत हैं। दरअसल भाजपा ने इस सीट पर मनोज तिवारी को अपना उम्मीदवार बनाया है। मनोज तिवारी इकलौते उम्मीदवार हैं, जिन्हें भाजपा ने फिर से टिकट दिया। ऐसे में इस सीट पर अगर कन्हैया कुमार को कांग्रेस उम्मीदवार बनाती है तो उनका सीधा मुकाबला मनोज तिवारी से होगा। बता दें कि मनोज तिवारी इस सीट पर लोकसभा चुनाव 2014 और 2019 में जीत दर्ज कर चुके हैं।
2019 लोकसभा चुनाव में मिली थी हार
लोकसभा चुनाव 2019 में कन्हैया कुमार ने लेफ्ट के टिकट पर बिहार के बेगूसराय से चुनाव लड़ा था। उस दौरान भाजपा ने इस सीट से केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को मैदान में उतारा था। ऐसे में बेगूसराय में कन्हैया कुमार को हार का सामना करना पड़ा था। कन्हैया कुमार सितंबर 2021 में लेफ्ट को छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे। इसके बाद से लगातार सार्वजनिक मंचों पर कन्हैया कुमार अक्सर कांग्रेस का पक्ष रखते नजर आ रहे हैं। बता दें कि कांग्रेस की तरफ से शुक्रवार को घोषणापत्र जारी किया जा चुका है। ऐसे में अब देखना ये है कि 4 जून को क्या परिणाम आएंगे।