मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ ने हिंदू राष्ट्र को लेकर बीते कल बयान दिया था। इस मामले पर अब शिवसेना यूबीटी के नेता संजय राउत की प्रतिक्रिया सामने आई है। दरअसल कमलनाथ ने कहा था कि देश में 80 फीसदी आबादी हिंदू है, इसका मतलब है कि देश पहले से ही हिंदू राष्ट्र है। यह कहने की बात नहीं है। इस मामले पर संजय राउत ने कहा है कि देश में हिंदू बहुसंख्यक है तो यहां का हिंदू कैसे खतरे में आ सकता है। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा, 'जब-जब चुनाव आते हैं, तब-तब भाजपा हिंदू-मुसलमान में दंगे करवाने लगती है। कांग्रेस सरकार के दौरान भाजपा नेता कहते थे हिंदू खतरे में हैं। अब भाजपा सरकार है तो अब भी हिंदू खतरे में है तो आपको इस्तीफा दे देना चाहिए।'
कमलनाथ के इस बयान पर बिफरे संजय राउत
दरअसल मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और उनके सांसद बेटे ने छिंदवाड़ा में बाबा बागेश्वर के कार्यक्रम का आयोजन कराया था। इस दौरान बागेश्वर धाम के पीठाधीश धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने हनुमत कथा कार्यक्रम पूरा किया। इसके बाद मंगलवार को कमलनाथ ने कहा कि क्या अलग से हिंदू राष्ट्र कहने की जरूरत है। भारत एक हिंदू राष्ट्र है। इस देश में 82 फीसदी आबादी हिंदू है। आंकड़े यही कहते हैं। ऐसा कहने की कोई जरूरत नहीं है। बता दें कि कमलनाथ ने यह बयान तब दिया जब उनसे बाबा बागेश्वर के हिंदू राष्ट्र से जुड़े बयान पर सवाल किया गया।
कांग्रेस में अंदरूनी कलह
इससे मामले पर मध्यप्रदेश के नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने इस मामले पर कहा कि क्या केवल भाजपा ने ही हिंदुत्व का और सनातन का ठेका ले रखा है। कमलनाथ जी ने 15 साल पहले मंदिर बनवाया था। वहां वह पूजा पाठ करते हैं, उनकी आस्था है। उन्होंने कहा, 'कांग्रेस पार्टी में कोई तानाशाही नहीं है। हर व्यक्ति को अपनी बात कहने का अधिकार है। मैं उस मंच पर नहीं जाऊंगा जहां हिंदू राष्ट्र की बात होती है। मैं संविधान को मानने वाला हूं और सर्व धर्म का आदर करता हूं। हिंदू राष्ट्र बनने के बात संविधान विरोधी है। जब संविधान समाप्त हो जाएगा तब आम आदमी और गरीब आदमी को न्याय मिलना ही बंद हो जाएगा।'
क्या बोले भाजपा के मंत्री
नेता प्रतिपक्ष ने कहा, 'डॉ. भीमराव अंबेडकर जी की अध्यक्षता में जो संविधान बना है, उसके विपरीत में कोई काम करने में मैं सहमत नहीं हूं। मैं ज्यादा संत-महात्माओं के चक्कर में नहीं रहता। हम साधु-संतों के माध्यम से हम हॉटलाइन पर भगवान से जुड़े हैं।' उन्होंने कहा कि मैं कमलनाथ जी से अनुरोध करूंगा कि सुंदरकांड और भगवद्गीता के अलावा कांग्रेस कार्यालय में मुशायरा भी कराया जाए और सिख, जैन, बौद्ध व सभी धर्मों के लोगों को बुलाया जाए। इस मामले पर कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग का कहना है कि कांग्रेस का हर व्यक्ति राम जी और हनुमान जी के चरणों में आएं तो सद्बुद्धि मिलेगी।