रांचीः झारखंड में सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) नीत गठबंधन के सहयोगी दलों के विधायकों ने मंगलवार को एक बैठक में हेमंत सोरेन सरकार के प्रति एकजुटता व्यक्त की है। इन विधायकों ने मुख्यमंत्री की पत्नी कल्पना सोरेन को कमान सौंपे जाने की अटकलों के बीच बिना किसी के नाम वाले एक समर्थन पत्र पर हस्ताक्षर भी किए। इससे पहले आज कल्पना सोरेन विधायकों की एक बैठक में शामिल हुईं। वह विधायक नहीं हैं।
विधायकों की दो बार बैठक हुई
कथित भूमि धोखाधड़ी के एक मामले के संबंध में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा मुख्यमंत्री से पूछताछ किए जाने से एक दिन पहले मंगलवार को दो दौर की बैठक हुई। परिवहन मंत्री एवं झामुमो के वरिष्ठ नेता चम्पई सोरेन ने कहा, ‘‘जो भी होता है, हम उसके लिए तैयार हैं। भाजपा लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित सरकार को गिराने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है लेकिन हम उन्हें उनके मिशन में कामयाब नहीं होने देंगे।
विधायको ने सीएम सोरेन के प्रति एकजुटता व्यक्त की
मंत्री चम्पई सोरेन ने कहा कि बैठक मौजूदा परिस्थितियों में मुख्यमंत्री के प्रति एकजुटता व्यक्त करने के लिए बुलायी गयी थी। एक अन्य विधायक ने नाम न उजागर करने की शर्त पर कहा, कोई प्रस्ताव नहीं रखा गया। हम एकजुट हैं। हमने एक समर्थन पत्र पर हस्ताक्षर भी किए हैं जिस पर कोई नाम नहीं था, ऐसी स्थिति के लिए कहीं उसकी जरूरत पड़ जाए।
बुधवार को मुख्यमंत्री आवास पर बैठक होगी
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि मौजूदा परिदृश्य में कोई भी फैसला परिस्थितियों के अनुसार लिया जाएगा। कांग्रेस के मंत्री ने कहा, ‘‘हम मुख्यमंत्री के प्रति एकजुटता जताने के लिए कल फिर उनके आवास पर मिलेंगे। कल्पना सोरेन को मुख्यमंत्री बनाए जाने की अटकलों पर विधायकों ने कहा कि बैठक में ऐसी कोई चर्चा नहीं की गयी।
सीएम ने विधायकों से कहा डरें नहीं
सीएम आवास पर बैठक खत्म होने के बाद जेएमएम सांसद महुआ मांझी ने कहा कि बीजेपी ने सीएम हेमंत सोरेन को भगोड़ा और न जाने क्या-क्या कहकर अराजकता फैलाई। माहौल खराब किया गया। उसे रोकने के लिए सीएम ने बैठक बुलाई थी। उन्होंने कहा कि डरने की कोई बात नहीं है, मैं आ गया हूं और कल (बुधवार) ईडी का सामना करूंगा।
(इनपुट-भाषा)