रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन गुरुवार को ED के सामने पेश नहीं होंगे। UPA विधायकों की बैठक के बाद राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने यह जानकारी दी। बता दें कि अवैध खनन और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ED ने सोरेन को आज पूछताछ के लिए बुलाया था। उन्हें समन भेजकर ED के क्षेत्रीय कार्यालय में सुबह 11 बजे बुलाया गया था। सोरेन ED के सामने पेश नहीं होंगे, इस बारे में देर रात को फैसला किया गया।
नोटिस मिलते ही शुरू हो गई थी गहमा गहमी
ED का नोटिस मिलने के बाद ही गहमा गहमी शुरू हो गई थी। देर रात हेमंत सोरेन ने विधायकों के साथ बैठक की और आगे की रणनीति बनाई। आधी रात को यह खबर भी सामने आ गई कि सोरेन गुरुवार को ED के सामने पेश नहीं होंगे क्योंकि उन्हें एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए रायपुर जाना है। झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि कार्यक्रम से लौटकर आने और कानूनी सलाह लेने के बाद मुख्यमंत्री यह फैसला करेंगे कि ED को क्या जवाब देना है।
बीजेपी के निशाने पर आए सीएम सोरेन
भारतीय जनता पार्टी को इस बात का अंदाजा हो गया था कि हेमंत सोरेन ईडी के सामने पेश नहीं होंगे। यही वजह है कि पार्टी ने उनपर पहले ही निशाना साधना शुरू कर दिया। बीजेपी का आरोप है हेमंत सोरेन का एक हजार करोड़ के माइनिंग घोटाले में सीधा रोल है और वह इस मामले में जेल जा सकते हैं। उधर, झारखंड मुक्ति मोर्चा ने मुख्यमंत्री को मिले ED के समन को एक चुनी हुई लोकतांत्रिक सरकार को गिराने की साजिश बताया है और केंद्र सरकार पर केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है।
ED ने सोरेन को क्यों भेजा समन
ED ने सीएम सोरेन को यह समन एक हजार करोड़ रुपये के अवैध खनन मामले में भेजा है। कहा जा रहा है कि यह समन सोरेन के विधानसभा क्षेत्र के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा, निलंबित IAS अफसर पूजा सिंघल, नेताओं और नौकरशाहों के करीबी प्रेम प्रकाश और अमित अग्रवाल से पूछताछ में मिले तथ्यों के आधार पर भेजा गया है। पंकज मिश्रा को 19 जुलाई को PMLA एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया था।
मामले में ED के ऐक्शन की पूरी डीटेल
ED ने मामले में पंकज मिश्रा के करीबी बच्चू यादव और प्रेम प्रकाश को भी आरोपी बनाया है। दोनों अभी न्यायिक हिरासत में हैं। प्रेम प्रकाश के ठिकानों पर ED ने 24 अगस्त को छापेमारी की थी। इस दौरान ED को झारखंड पुलिस की दो AK-47 राइफल भी मिली थीं। ED ने 16 सितंबर को मामले में चार्जशीट दाखिल की थी। ED ने 6 मई को पूर्व खनन सचिव पूजा सिंघल और उनके सहयोगियों के ठिकानों पर भी छापेमारी की थी जिसमें सिंघल के पति के ठिकाने से 19 करोड़ से ज्यादा कैश मिला था। ED ने जांच जब आगे बढ़ाई तो एक हजार करोड़ का घोटाला समाने आया।