नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के ट्विटर हैंडल में लगी डिस्प्ले पिक्चर (DP) पर विवाद शुरू हो गया है। कांग्रेस ने ट्विटर प्रोफाइल पर देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की तस्वीर को बाहर करने के लिए ममता बनर्जी को फटकार लगाई। कांग्रेस ने ममता बनर्जी की इस बात के लिए घोर आलोचना की है कि 76वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट की डीपी में जानबूझकर नेहरू को बाहर रखा। बंगाल कांग्रेस ने एक ऐसे व्यक्ति के ट्वीट को रीट्वीट किया है जिसकी बेटी ने एक स्केच बनाया है जिसमें पंडित जवाहरलाल नेहरू भी नजर आते हैं।
BJP के बाद अब ममता भी कांग्रेस के निशाने पर
बता दें कि ट्विटर DP में ममता बनर्जी ने आजादी के आंदोलन से जुड़े क्रांतिकारियों की तस्वीरों को शामिल किया है, लेकिन उसमें पंडित जवाहर लाल नेहरू नहीं हैं। इसे लेकर ही कांग्रेस उनपर आगबबूला हो गई है। अब तक बीजेपी पर ही कांग्रेस की ओर से नेहरू की अनदेखी के आरोप लगते थे, लेकिन अब ममता बनर्जी भी उसी क्लब में शामिल होती दिख रही हैं। ममता बनर्जी के जवाब में बंगाल कांग्रेस की ओर से एक ट्वीट किया गया है और TMC पर सवाल दागा है।
कांग्रेस ने ममता बनर्जी के ट्विटर हैंडल को किया टैग
कांग्रेस ने एक ट्विटर यूजर अभिषेक बनर्जी के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए ममता पर हमला बोला है। अभिषेक बनर्जी ने अपने ट्वीट में बेटी की ओर से तैयार एक स्केच को शेयर किया था। इसके साथ ही उन्होंने कैप्शन में लिखा था, 'मेरी बेटी ने इतिहास की कुछ बेसिक चीजों को याद दिलाते हुए पहले स्वतंत्रता दिवस की तस्वीर शेयर की है।'
इस तस्वीर में बच्ची ने पहले स्वतंत्रता दिवस का स्केच बनाया है, जिसमें नेहरू भी दिख रहे हैं। इसी ट्वीट को रीट्वीट करते हुए कांग्रेस ने ममता बनर्जी और टीएमसी को टैग किया है। कांग्रेस ने लिखा है, ''एक बच्ची की ओर से ममता बनर्जी और टीएमसी को इतिहास का सबक। ऐसा इसलिए क्योंकि इन लोगों ने जानबूझकर जवाहर लाल नेहरू की तस्वीर ही हटा दी।''
कर्नाटक में भी मची हलचल
वहीं, आपको बता दें कि नेहरू की तस्वीर को हटाने का विवाद कर्नाटक में भी चल रहा है। कर्नाटक की बसवराज बोम्मई सरकार ने अखबारों में एक ऐड निकालकर देश की स्वतंत्रता में योगदान देने वाले क्रांतिकारियों को याद किया गया है लेकिन इस पोस्टर से नेहरू की तस्वीर गायब थी। कांग्रेस इसके लिए बीजेपी पर भेदभाव के आरोप लगा रही है। इस मामले में कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई से बहिष्कार के लिए सवाल किया और माफी की मांग की है। उन्होंने कहा कि जनता के टैक्स के पैसे से प्रकाशित एड में जवाहर लाल नेहरू का अपमान स्वीकार नहीं किया जा सकता। सीएम को राज्य के लोगों से नेहरू के अपमान के लिए माफी मांगनी चाहिए।
एड के बारे में सिद्धारमैया ने आगे कहा, "अंग्रेजों से माफी मांगने के बाद सावरकर को जेल से रिहा कर दिया गया लेकिन, हाशिए पर पड़े वर्गों की आवाज बनकर आजादी की लड़ाई लड़ने वाले बाबा साहब को अंतिम पंक्ति में रखा जाता है।''