हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के नेता जयराम ठाकुर का एक बयान सामने आया है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हम जनमत को सहजता से स्वीकार करते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में इस बार मुख्यमंत्री के साथ उपमुख्यमंत्री बनने की शुरूआत हुई है। भाजपा नेता ने कहा कि अभी और लोग भी ऐसे हैं जो डिप्टी सीएम की दावेदारी कर रहे हैं। उनहोंने कहा कि कुछ लोगों को ये मुख्यमंत्री पर लगाम लगाने का एक तरीका लग रहा है।
'हमने जो फैसले लिए उन्हें वे रिव्यू करेंगे'
हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि लास्ट के 8-9 महीने के कार्यकाल में हमने जो फैसले लिए उन्हें वे रिव्यू करेंगे। पूर्व सीएम ने कहा कि रिव्यू करें लेकिन जिस मंशा के साथ वे बात कह रहे हैं, उससे साबित होता है कि वो बदले की भावना से कार्रवाई करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं, ये दुर्भाग्यपूर्ण है।
'कहीं भी ऐसी कोई संस्था नहीं खुली है'
वहीं, इससे पहले हिमाचल प्रदेश के CM सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपने एक बयान कहा कि मुझे लगता था कि पूर्व मुख्यमंत्री(जयराम ठाकुर) जो संस्थाएं खोलेंगे उसमें बजट का प्रावधान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जब हमने इस पर स्टडी की तो पाया कि संस्थाएं खुलने की केवल 72 अधिसूचनाएं हैं और कहीं भी ऐसी कोई संस्था नहीं खुली है और ना ही कोई नियुक्ति हुई है। उन्होंने कहा कि इसके लिए कोई बजट भी नहीं है।
'जहां जरूरत होगी, वहीं पर खालने के लिए दोबारा विचार होगा'
सीएम ने कहा कि पहले की सरकार ने जो भी शिक्षा संस्थान खोला है उसमें अध्यापक और बच्चे भी नहीं है, सिर्फ घोषणाएं थी। उन्होंने कहा कि इसलिए हमने उनको रद्द कर दिया है और जहां आवश्यक्ता होगी वहीं पर संस्थान को दोबारा शुरू करने पर विचार होगा।