नई दिल्ली: सर्जिकल स्ट्राइक पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के बयान के बाद पार्टी बैकफुट पर है। कांग्रेस पार्टी ने दिग्विजय सिंह के बयान से खुद को अलग कर लिया है लेकिन जब भारत जोड़ो यात्रा के दौरान सवाल पूछे गए तब जयराम रमेश मीडिया पर ही भड़क उठे और मीडिया के साथ धक्का मुक्की करने लगे। जयराम रमेश ने मीडिया से कहा कि वो प्रधानमंत्री से सवाल करें।
बता दें कि दिग्विजय सिंह ने आज कहा कि उन्होंने जो भी बातें अपने भाषण में कहीं वो बतौर विपक्ष कहीं, उनके मन में सेना के लिए बहुत सम्मान है। दिग्विजय सिंह अपनी सफाई दे ही रहे थे कि जयराम रमेश बीच में आ गए और मीडिया के माइक हटाने लगे। उन्होंने भड़कते हुए पत्रकारों से कहा, आप प्रधानमंत्री से सवाल पूछिए। हालांकि इसके बाद जयराम रमेश ने अपनी सफाई दी और कहा कि वो दिग्विजय सिंह के बयान पर पार्टी का स्टैंड बता चुके हैं और इस बारे में और कुछ नहीं कहेंगे।
क्या है ये पूरा विवाद है और कैसे शुरू हुई बहस?
दरअसल, भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने पुलवामा और सर्जिकल स्ट्राइक का मामला उठाया। सिंह ने सरकार से पूछा- 'पुलवामा में हमारे 40 जवान शहीद हुए थे...सरकार इसका खुलासा नहीं कर पाई...आखिर ये आरडीएक्स आया कहां से? सरकार अभी तक इस बात का जवाब नहीं दे पाई कि देवेंद्र सिंह डिप्टी एसपी कहां हैं? उसे क्यो छोड़ दिया गया? उस पर देशद्रोह का केस क्यों नहीं लगा? पीएम और पाक पीएम के क्या संबध हैं? कैसे संबध हैं। दोनों एक दूसरे की तरीफ कर रहे हैं।'
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान एक मंच से केंद्र सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने आज तक संसद के सामने 2016 के सर्जिकल स्ट्राइक या 2019 के पुलवामा आतंकी हमले पर रिपोर्ट पेश नहीं की है। सरकार लगातार झूठ बोलती रही है। उन्होंने कहा कि सरकार ने अब तक सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर कोई सबूत नहीं दिखाया है।
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कांग्रेस ने जारी की एडवाइजरी
दिग्विजय सिंह के बयानों से खुद उनकी पार्टी कांग्रेस भी हिल चुकी है। कांग्रेस को समझ आ गया है कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान दिग्विजय सिंह के ये बयान पार्टी पर कितने भारी पड़ सकते हैं इसलिए कांग्रेस ने दिगविजय के बयानों से किनारा कर लिया है। दिग्विजय सिंह ने केवल सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत ही मांगे बल्कि आर्टिकल 370 के हटने पर भी सवाल उठाए। दिग्विजय के बयान से मचे बवाल के बाद देर रात कांग्रेस ने अपने नेताओं को एडवाइजरी जारी कर संवेदनशील मुद्दों पर गैरजरूरी बयानबाजी से बचने को कहा।