कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने राज्य में एक दुर्लभ अनुवांशिक बीमारी से पीड़ित 15 महीने के बच्चे की मदद के लिए पीएम मोदी को पत्र लिखा है। दरअसल, इस बच्चे के इलाज के लिए 'जोल्गेन्स्मा' नामक इंजेक्शन का आयात करना होगा। इसकी कीमत करीब 17.5 करोड़ रुपये की है। सीएम सिद्धारमैया ने पीएम मोदी को लिखे पत्र में इंजेक्शन पर लगने वाले आयात कर को माफ करने और बच्चे को आर्थिक मदद देने का निवेदन किया है।
क्या है पूरा मामला?
कर्नाटक के सीएम सिद्धरमैया ने पीएम मोदी को लिखे अपने पत्र में कहा है कि मैं हमारे राज्य के एक छोटे बच्चे से संबंधित एक गंभीर मामले को लेकर संपर्क कर रहा हूं। उन्होंने बताया कि मौर्य नाम का 15 महीने का लड़का 'स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी (एसएमए)' नामक गंभीर समस्या से लड़ रहा है। डॉक्टर्स ने इस बीमारी के इलाज के लिए 'जोलगेन्स्मा' नामक इंजेक्शन की सलाह दी है। हालांकि, इस इंजेक्शन की कीमत लगभग 17.5 करोड़ रुपये है। सीएम ने पत्र में इंजेक्शन को खरीदने में परिवार के सामने आने वाली वित्तीय चुनौती का जिक्र किया है।
इंजेक्शन खरीदना असंभव
पीएम मोदी को लिखे पत्र में सीएम सिद्धारमैया ने कहा है कि बच्चे के लिए जरूरी दवा की कीमत अपने आप में काफी ज्यादा है। ऐसे में इस पर अलग से आयात शुल्क लगने के बाद इसकी कीमत और बढ़ गई है। सिद्धारमैया ने कहा कि इस दवा को खरीदना बच्चे के परिवार के लिए लगभग असंभव है।
पीएम केयर्स फंड से मदद की मांग
सीएम सिद्धारमैया ने पीएम मोदी से मांग की है कि बच्चे के लिए जरूरी इंजेक्शन पर आयात शुल्क को माफ करने के लिए वित्त मंत्रालय को निर्देश दिया जाए। इसके अलावा सीएम सिद्धारमैया ने बच्चे के परिवार की मदद के लिए पीएम केयर्स फंड से आर्थिक सहायता प्रदान करने पर विचार करने का भी अनुरोध किया है।
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