चेन्नई: लोकसभा चुनावों से पहले इंडिया गठबंधन के बीच सीट शेयरिंग पर बात बनती जा रही है। गठबंधन के प्रमुख दल कांग्रेस की उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में समाजवादी पार्टी से सीट समझौता तय हुआ। इसके बाद आप और कांग्रेस ने पांच राज्यों में सीटों को लेकर बात तय की। अब खबर दक्षिण भारत से आई है। दक्षिण के राज्य तमिलनाडु और पुडुचेरी में कांग्रेस और डीएमके के बीच बात बन गई है।
पुडुचेरी की सीट भी कांग्रेस के हिस्से
दोनों दलों के बीच हुए समझौते के तहत तमिलनाडु में कांग्रेस 9 सीटों पर अपने उम्मीदवारों को उतारेगी। इसके साथ ही पुडुचेरी की एकमात्र लोकसभा सीट पर भी कांग्रेस पार्टी अपना उमीदवार उतारेगी। बता दें कि डीएमके ने अब तक एमडीएमके और वीसीके के अलावा सहयोगी दलों सीपीआई (एम), सीपीआई, आईयूएमएल और केएमडीके के साथ सीट-बंटवारे के सौदे को अंतिम रूप दे दिया है।
डीएमके का अन्य दलों के साथ भी हुआ समझौता
लोकसभा चुनाव में एमडीएमके, आईयूएमएल और केएमडीके (डीएमके सिंबल) को एक-एक सीट मिलेगी, जबकि वीसीके, सीपीएम, सीपीआई को दो-दो सीटें मिलेंगी। कांग्रेस पुडुचेरी में अकेली सीट पर चुनाव लड़ेगी। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, "कांग्रेस तमिलनाडु में नौ सीटों और पुडुचेरी में एक सीट पर चुनाव लड़ेगी। शेष सीटों पर हम द्रमुक और गठबंधन दलों के उम्मीदवारों का समर्थन करेंगे। हम तमिलनाडु में सभी सीटें जीतेंगे।" इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस और द्रमुक अलग नहीं होंगे।
चेन्नई में हुई थी दोनों दलों के नेताओं के बीच बैठक
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन ने आज चेन्नई में डीएमके कार्यालय में कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल, मुकुल वासनिक और पूर्व कांग्रेस सांसद अजॉय कुमार के साथ बैठक की थी। इस बैठक के बाद ही सीट शेयरिंग के समझौते का ऐलान किया गया। इससे पहले 2019 के लोकसभा चुनावों में, DMK के नेतृत्व वाले गठबंधन ने 39 में से 38 सीटें जीतकर शानदार जीत हासिल की थी। कांग्रेस, जो गठबंधन का भी हिस्सा थी, ने लड़ी गई नौ सीटों में से 8 सीटें हासिल कीं। दूसरी ओर, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने केवल एक सीट जीत सकी थी।