नई दिल्ली: राजस्थान में कोटा उत्तर विधानसभा सीट से कांग्रेस द्वारा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी शांति धारीवाल को मैदान में उतारे जाने के कुछ दिन बाद वरिष्ठ नेता सचिन पायलट ने कहा था कि पार्टी ने जो भी निर्णय लिया है, उससे वह 'पूरी तरह सहमत' हैं क्योंकि अतीत में हुई चीजों के बारे में सोचते रहना उचित नहीं है। वहीं दूसरी तरफ गहलोत भी चुनावों के करीब आते-आते सचिन पायलट पर शांत हो गए। ऐसे में सवाल यह उठने लगा कि क्या दोनों नेताओं के बीच सुलह हो गई है। इंडिया टीवी ने अपने पोल के जरिए इस सवाल पर जनता की नब्ज टटोली, जिसपर चौंकाने वाले जवाब मिले।
अधिकांश लोगों ने नहीं मानी सुलह की बात
अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच महीनों से चल रही नोकझोंक और अब सुलह को लेकर हमने जनता से सवाल पूछा था। हमने पूछा कि ‘क्या राजस्थान वोटिंग से ठीक पहले कांग्रेस ने अशोक गहलोत और सचिन पायलट की सुलह करा दी है?’ और ‘हां’, ‘नहीं’ और ‘कह नहीं सकते’ का विकल्प दिया। इस सवाल पर कुल 9692 लोगों ने वोट किया जिनमें से 22 फीसदी लोगों का जवाब ‘हां’ में था। वहीं, 68 फीसदी लोगों का मानना था कि दोनों नेताओं के बीच किसी भी तरह की सुलह नहीं हुई है। 10 फीसदी लोग ऐसे भी थे जिन्होंने ‘कह नहीं सकते’ के विकल्प के साथ जाना सही समझा।
राहुल गांधी ने कहा था, हम साथ-साथ हैं
बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को जयपुर में कहा था कि राजस्थान का विधानसभा चुनाव कांग्रेस ही जीतेगी। उन्होंने कहा था कि पार्टी के नेता एकजुट हैं और आगे भी रहेंगे। कांग्रेस नेता ने कहा था,‘हम एक साथ हैं और एक साथ ही रहेंगे। कांग्रेस पार्टी यहां चुनाव जीतेगी।’ उनके साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट भी थे। ऐसे में माना जा रहा था कि कांग्रेस नेतृत्व ने पायलट और गहलोत के बीच सुलह करा दी है। हालांकि, पोल के जवाब को देखकर लग रहा है कि जनता का कुछ और ही मानना है।