मणिपुर हिंसा को लेकर राजनीति जोरों पर है। पिछले 7 दिनों से संसद का मॉनसून सत्र हंगामें की भेंट चढ़ चुका है। मॉनसून सत्र के दौरान विपक्ष की मांग है कि मणिपुर हिंसा मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना पक्ष रखें और इसपर विस्तृत चर्चा हो। वहीं भाजपा का कहना है कि मणिपुर पर चर्चा के लिए हम तैयार हैं लेकिन विपक्ष द्वारा हंगामा कर मॉनसून सत्र को रद्द किया जा रहा है। इस बीच विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A के 21 सांसदों का डेलीगेशन मणिपुर दौरे पर गया था। यह दल मणिपुर की जमीनी हकीकत देखकर वापस दिल्ली लौट चुका है।
सांसदों का दल मणिपुर पर रिपोर्ट करेगा पेश
आज विपक्ष द्वारा मणिपुर मामले पर रिपोर्ट पेश किया जा सकता है। इस बाबत कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के चेंबर में मीटिंग रखी गई है। यहां सरकार को घेरने की तैयारी को लेकर रणनीति तैयार की जाएगी। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज एनडीए के सांसदों के साथ मीटिंग करने वाले हैं। इधर मणिपुर हिंसा को लेकर सरकार के खिलाफ विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर बहस और वोटिंग की तारीख का आज ऐला न हो सकता है। संभावना जताई जा रही है कि बुधवार और गुरुवार को अविश्वास प्रस्ताव पर सदन में चर्चा हो सकती है।
बंगाल विधानसभा में प्रस्ताव होगा पेश
आज संसद के मॉनसून सत्र के शुरू होने के साथ ही यह संभावना जताई जा रही है कि विपक्ष द्वारा हंगामा किया जाएगा। यह हंगामा दोनों ही सदनों में देखने को मिल सकता है। इस बीच पश्चिम बंगाल विधानसभा में जातीय हिंसा पर चर्चा और इसकी निंदा पर प्रस्ताव पेश किया जाएगा। भाजपा ने मांग की है कि मणिपुर पर चर्चा से पहले बंगाल पर चर्चा की जाए। बता दें कि संसद के मॉनसून सत्र के शुरू होने के साथ ही विपक्षी दलों द्वारा लगातार संसद में मणिपुर हिंसा और मणिपुर में महिला के साथ किए गए अभद्र व्यवहार का मामला उठाया जा रहा है। इसपर भाजपा का कहना है कि वे चर्चा के लिए तैयार हैं लेकिन विपक्षी दलों द्वारा संसद को चलने नहीं दिया जा रहा है।