नई दिल्लीः दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ विपक्ष एकजुट हो गया है। इंडिया गठबंधन के नेताओं ने शुक्रवार को दिल्ली में चुनाव आयोग के तीनों आयुक्तों से मुलाकात की। केजरीवाल की गिरफ्तारी से नाराज विपक्षी नेताओं ने आयोग से हस्तक्षेप करने की मांग की। कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि आप आप जानते हैं कि किस तरह से कल रात गैर कानूनी एक्शन लिया गया। यह मुद्दा सीधा संविधान के मूल ढांचे से संबंध रखता है। जब सरकारी एजेंसियों का गलत इस्तेमाल किया जाता है तो संविधान और लोकतंत्र पर प्रहार होता है।
केंद्र पर साधा निशाना
सिंघवी ने कहा कि सरकारें पहले भी रही हैं लेकिन किसी भी सरकार ने चुनाव में एजेंसियों का इतना गलत इस्तेमाल नहीं किया। कौन सी जादू की पूढ़िया खाई है सत्ताधारी पार्टी ने कि सारी अच्छाई उसके पास है और विपक्ष के पास सिर्फ बुराई है। आप चुनाव से ठीक पहले गिरफ्तारी करके क्या मैसेज देना चाहते हैं। पहला वोट पढ़ने से पहले ही आप चाहते हैं कि आप जीत जाए। चुनाव आयोग कोई थाली में सजाने की संस्था नहीं होनी चाहिए। इस मामले में वह कार्रवाई करें।
चुनाव आयोग से की ये शिकायत
चुनाव आयोग से मुलाकात के बाद कांग्रेस नेता अभिषेक सिंघवी ने कहा कि लगभग हर विपक्षी दल यहां है। हमने चुनाव आयोग के साथ विस्तृत चर्चा की है। यह किसी एक व्यक्ति के बारे में नहीं है या कोई भी पार्टी लेकिन यह संविधान की बुनियादी संरचना से संबंधित है। जब चुनाव के लिए एक समान अवसर की आवश्यकता होती है और आप एजेंसियों का दुरुपयोग करके मैदान को समतल नहीं होने देते हैं तो यह स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव और अंततः लोकतंत्र को प्रभावित करता है।
चुनाव आयोग से पूछा ये सवाल
चुनाव आयोग ने कहा है जिम्मेदारी दी गई है और इस स्तर के क्षेत्र की सुरक्षा के लिए पुलिस है। हमने चुनाव आयोग से हस्तक्षेप करने के लिए कहा। स्वतंत्र भारत के 75 वर्षों के इतिहास में पहली बार एक मौजूदा सीएम को गिरफ्तार किया गया है। ग्रैंड ओल्ड और का लेखा-जोखा सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी जमी हुई है। हमने विपक्षी नेताओं के खिलाफ एजेंसियों के दुरुपयोग के सबूत दिए हैं। हमने पूछा कि अगर चुनाव आयोग डीजीपी, सचिव को बदल सकता है तो वह इन एजेंसियों पर नियंत्रण क्यों नहीं रखता?।
ये नेता चुनाव आयोग से मिले
इंडिया गठबंधन के प्रतिनिधिदलमंडल में कांग्रेस से केसी वेणुगोपाल, अभिषेक मनु सिंघवी, टीएमसी से डेरेक ओब्रायन, मोहम्मद नदीमुल हक, सीपीआई एम से सीताराम येचुरी, आम आदमी पार्टी से संदीप पाठक और पंकज गुप्ता, एनसीपी शरद पवार गुट से जितेंद्र अव्हाड़ और समाजवादी पार्टी के सांसद जावेद अली शामिल थे।