नई दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने स्वतंत्रता दिवस पर अपने संबोधन में कहा कि अच्छी शिक्षा देने और महंगाई पर लगाम लगाने से ही देश विश्वगुरु बनेगा, भाषण देने से नहीं। केजरीवाल ने स्वतंत्रता दिवस पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी और स्वतंत्रता सेनानियों को नमन किया। उन्होंने अपने भाषण में कहा-मेरा सपना गरीबी खत्म करना नहीं है, ये तो कई सालों से नारा दिया जा रहा, मैं हर गरीब को अमीर बनाना चाहता हूं। सिर्फ भाषण देने से देश विश्वगुरु नहीं बनेगा, बच्चों को अच्छी शिक्षा देने से विश्वगुरु बनेगा।
जल रहा रहा है मणिपुर
केजरीवाल ने कहा- मैं आज दुखी हूं कि मणिपुर जल रहा रहा है। मणिपुर में एक समुदाय के लोग दूसरे समुदाय के साथ अत्याचार कर रहे हैं।हरियाणा में भी एक समुदाय दूसरे समुदाय से लड़ रहा है। इसमें फायदा किसका है? अगर भाई भाई से लड़ेगा तो भारत विश्व गुरु कैसे बनेगा? एक परिवार मे चार भाई है चारों एक दूसरे से लड़ेगा तो परिवार कैसे आगे बढ़ेगा?
केजरीवाल ने कहा कि कुछ दिनों पहले दिल्ली में बाढ़ आ गयी थी, सभी दिल्ली वासियों ने दिल्ली और केंद्र सरकार के साथ मिलकर सामना किया। हमने बढ़-चढ़कर पीड़ितों की की हर संभव मदद की।
बिना बिजली देश का विकास कैसे होगा ?
उन्होंने कहा- आज देश के कई राज्यों में 7 -8 घंटे बिजली नहीं आती है। अगर देश मे 24 घंटे बिजली नहीं आएगी तो देश का विकास कैसे होगा। हमारे देश मे सवा चार लाख मेगावाट बिजली उत्पादन करने की क्षमता है, और देश के सबसे अधिक बिजली की डिमांड केवल 2 लाख मेगावाट है। फीस भी बिजली नहीं आती है, क्या कारण है? मिस मैनेजमेंट, भ्रष्टाचार। पहले दिल्ली में यही हाल था, लेकिन आज दिल्ली में बिजली नहीं जाती। पहले पंजाब में भी यही हाल था, लेकिन 1 साल हुआ है हमारी सरकार को आए हुए, अब पंजाब में भी बिजली नहीं जाती है।
मैंने दिल्ली में बिजली फ्री देना शुरू किया
केजरीवाल ने कहा कि 2 से 3 साल के अंदर पूरे देश में 24 घंटे बिजली दी जा सकती है। मैंने दिल्ली में बिजली फ्री देना शुरू किया, पंजाब से भी फ्री देना शुरू किया, कुछ लोगों हमारा खूब मजाक उड़ाया। अगर पूरे देश मे सबसे 200 यूनिट बिजली माफ करना होगा तो उसके लिए डेढ़ लाख करोड़ चाहिए। मैंने में अखबारों में पढ़ा है कि सिर्फ 2 उद्योगपतियों के 1.5 लाख करोड़ माफ कर दिए गए। अब देश को ये तय करना है कि सबका बिजली बिल माफ करना है या उद्योगपतियों के पैसे।
दिल्ली को छोड़ बाकी राज्यों में सरकारी स्कूलों का बुरा हाल
देश के 17 करोड़ बच्चे सरकारी स्कूल में पढ़ते हैं, दिल्ली को छोड़कर सभी का हाल बुरा है। 5 साल के अंदर देश के सभी सरकारी स्कूल अच्छे हो सकते है। एक प्लान बात रहा हूं। देश के सभी सरकारी स्कूलों को ठीक करने में 6 लाख करोड़ खर्च करना पड़ेगा। ये देश के बच्चों के लिए बड़ी रकम नहीं है। हर साल मात्र सवा लाख करोड़ खर्च करने पड़ेंगे। ये देश के लिए चिल्लड़ के बराबर है। अभी सभी राज्य सरकार और केंद्र इतना ही खर्च करती है। सिर्फ भर्ष्टाचार पर रोक लगाना है।
1 लाख मोहल्ला क्लीनिक के लिए 10 हज़ार करोड़ चाहिए
देश के कोने कोने में 1 लाख मोहल्ला क्लीनिक खोलने के लिए केवल 10 हज़ार करोड़ चाहिए। अभी एक सर्वे आया कि दिल्ली में सबसे कम महंगाई है। सिर्फ 2 % है। जबकि देश में 6% है। और ये इसलिए है कि हम फ्री में सारी सुविधा देते हैं। अगर देश भर में फ्री में सुविधा देंगे तो देश भर से मंगाई खत्म हो जाएगी। पिछले कुछ दिनों में उद्योगपतियों के 12 लाख करोड़ माफ कर दिए गए।