Thursday, December 26, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. भारत
  3. राजनीति
  4. UP के राजनीतिक दलों का इफ्तार कल्चर पूरी तरह खत्म, जानिए आखिर क्या है वजह

UP के राजनीतिक दलों का इफ्तार कल्चर पूरी तरह खत्म, जानिए आखिर क्या है वजह

समाजवादी पार्टी अपने पार्टी मुख्यालय में सबसे बड़ी और सबसे अच्छी इफ्तार पार्टी की मेजबानी करने के लिए जानी जाती थी। इसके संस्थापक स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव व्यक्तिगत रूप से मेहमानों से मिलते थे और यह सुनिश्चित करते थे कि प्रत्येक को भरपेट भोजन मिले।

Edited By: Khushbu Rawal @khushburawal2
Published : Apr 14, 2023 17:52 IST, Updated : Apr 14, 2023 17:52 IST
akhilesh yadav
Image Source : PTI (FILE PHOTO) अखिलेश अपने नेताओं और विधायकों द्वारा आयोजित इफ्तार पार्टियों में शामिल होते रहे हैं।

लखनऊ: इफ्तार की राजनीति, जो कभी उत्तर प्रदेश की राजनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा थी, गायब हो गई है। रमजान के महीने के खत्म होने में बस कुछ ही दिन बाकी हैं और अभी तक किसी भी राजनीतिक दल ने इफ्तार का आयोजन नहीं किया है। पिछले तीन वर्षों से कोविड के चलते इस तरह के आयोजन नहीं हुए।

सबसे अच्छी इफ्तार पार्टी की मेजबानी करती थी सपा

समाजवादी पार्टी (सपा) अपने पार्टी मुख्यालय में सबसे बड़ी और सबसे अच्छी इफ्तार पार्टी की मेजबानी करने के लिए जानी जाती थी। इसके संस्थापक स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव व्यक्तिगत रूप से मेहमानों से मिलते थे और यह सुनिश्चित करते थे कि प्रत्येक को भरपेट भोजन मिले। मेज पर रखा मेन्यू भी उतना ही भव्य होता था।

सपा सूत्रों का अब दावा है कि अखिलेश यादव इफ्तार पार्टी की मेजबानी करने से कतरा रहे हैं क्योंकि ऐसा करने से उनके प्रतिद्वंद्वी उन्हें हिंदू विरोधी करार देंगे। पार्टी के एक विधायक ने कहा, "हम एक नए विवाद में फंसने के बजाय नगरपालिका चुनावों पर ध्यान केंद्रित करेंगे।" हालांकि, अखिलेश अपने नेताओं और विधायकों द्वारा आयोजित इफ्तार पार्टियों में शामिल होते रहे हैं।

कांग्रेस ने क्यों बंद की इफ्तार पार्टी की मेजबानी?
बहुजन समाज पार्टी सत्ता में होने पर ही इफ्तार पार्टियों की मेजबानी करने के लिए जानी जाती है और मेहमानों की सूची बेहद सीमित है। कांग्रेस ने पहले नियमित रूप से इफ्तार पार्टियों की मेजबानी की थी और दिल्ली के उसके नेताओं ने भी इसमें भाग लेने का प्रयास किया था। हालांकि, हाल के वर्षों में, पार्टी ने परंपरा को छोड़ दिया है और अंदरूनी सूत्रों का दावा है कि यह मुख्य रूप से धन की कमी है जिसने इसे इफ्तार पार्टियों की मेजबानी करना बंद कर दिया है।

यह भी पढ़ें-

BJP भी कर चुकी है इफ्तार का आयोजन
बीजेपी ने सिर्फ एक बार इफ्तार पार्टी का आयोजन किया था, जब राजनाथ सिंह मुख्यमंत्री थे। अन्य नेताओं ने ऐसे मौकों पर मेजबानी करने से परहेज किया है। उत्तर प्रदेश में इफ्तार पार्टियों की शुरुआत सत्तर के दशक की शुरुआत में तत्कालीन मुख्यमंत्री हेमवती नंदन बहुगुणा ने की थी। इसके बाद, यह एक वार्षिक परंपरा बन गई।

Latest India News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Politics News in Hindi के लिए क्लिक करें भारत सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement