Highlights
- देश में धार्मिक कट्टरता चरम पर है - KCR
- राज्य सरकार ने 17 सितंबर को तेलंगाना राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया
- वहीं केंद्र सरकार ने 17 सितंबर को हैदराबाद मुक्ति दिवस के रूप में नामित किया
Hyderabad News: आज हैदराबाद नेताओं के दौरों और भाषणों की वजह से हॉट शहर बना हुआ है। सुबह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की रैली हुई। जिसमें उन्होंने हैदराबाद मुक्ति दिवस कार्यक्रम की शुरुआत की। इस कार्यक्रम में उन्होंने तेलंगाना सरकार समेत ओवैसी को निशाने पर लिया था। अब इस कार्यक्रम के बाद तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने शनिवार को आरोप लगाया कि देश और तेलंगाना में सांप्रदायिक ताकतें समाज को बांटने और लोगों में नफरत फैलाने की कोशिश कर रही हैं।
देश में धार्मिक कट्टरता चरम पर है - KCR
तेलंगाना राष्ट्रीय एकता दिवस पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद एक सभा को संबोधित करते हुए राव ने कहा कि, "अगर धार्मिक कट्टरता बढ़ती है तो यह राष्ट्र के जीवन को नष्ट कर देगी और इसके परिणामस्वरूप मानवीय रिश्ते बिगड़ेंगे।" उन्होंने कहा कि धार्मिक कट्टरता चरम पर है। वे अपने संकीर्ण हितों के लिए सामाजिक संबंधों में कांटे लगाते हैं। वे अपनी जहरीली टिप्पणियों से लोगों में नफरत फैला रहे हैं। लोगों के बीच इस तरह का विभाजन किसी भी तरह से उचित नहीं है। उन्होंने दावा किया कि ये ताकतें जिनका 17 सितंबर की ऐतिहासिक घटनाओं से कोई संबंध नहीं है, तेलंगाना के उज्ज्वल इतिहास को क्षुद्र राजनीति से विकृत और प्रदूषित करने की कोशिश कर रही हैं।
अमित शाह के दौरे के बीच केसीआर की टिप्पणी
राव की यह टिप्पणी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा शहर में कहीं और हैदराबाद मुक्ति दिवस समारोह के मौके पर परेड मैदान में राष्ट्रीय ध्वज फहराने के कुछ मिनट बाद आई है। राज्य सरकार ने 17 सितंबर को तेलंगाना राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया, जबकि केंद्र ने इसे हैदराबाद मुक्ति दिवस के रूप में नामित किया। तेलंगाना सरकार ने 17 सितंबर को तेलंगाना राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाने के अपने फैसले की घोषणा की थी। 17 सितंबर 1948 में निजाम शासन के तहत हैदराबाद राज्य का भारतीय संघ में विलय का दिन है।