नई दिल्ली: कांग्रेस ने हाल में संपन्न लोकसभा चुनाव में अपने शीर्ष नेता राहुल गांधी को वायनाड और रायबरेली से चुनाव लड़ने के लिए 70-70 लाख रुपये दिए थे। पार्टी की ओर से चुनाव आयोग को यह जानकारी दी गई है। राहुल को दो सीटों से चुनाव लड़ने के लिए कुल 1 करोड़ 40 लाख रुपये मिले। एक संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए सबसे ज्यादा धन राशि पानेवाले कांग्रेस उम्मीदवार विक्रमादित्य सिंह थे, जिन्हें पार्टी कोष से 87 लाख रुपये दिए गए थे। हालांकि वह हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से बीजेपी उम्मीदवार और बॉलीवुड की अभिनेत्री कंगना रनौत से चुनाव हार गए।
केसी वेणुगोपाल, किशोरी लाल शर्मा को मिले 70 लाख रुपये
लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस के जिन उम्मीदवारों को 70 लाख रुपये दिए गए थे उनमें किशोरी लाल शर्मा शामिल थे। किशोरी लाल शर्मा ने अमेठी से बीजेपी की उम्मीदवार स्मृति ईरानी को हरा दिया। कांग्रेस नेताओं में के सी वेणुगोपाल (केरल में अलाप्पुझा) और मणिकम टैगोर (तमिलनाडु में विरुधुनगर) को भी 70-70 लाख रुपये दिए गए थे। कर्नाटक के गुलबर्गा से कांग्रेस उम्मीदवार राधाकृष्ण और विजय इंदर सिंगला (पंजाब के आनंदपुर साहिब) को भी चुनाव लड़ने के लिए पार्टी की ओर से 70-70 लाख रुपये मिले थे।
दिग्विजय सिंह को मिले 50 लाख रुपये
वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा को 46 लाख और पार्टी के सीनियर नेता दिग्विजय सिंह को 50 लाख रुपये दिए गए थे। हालांकि ये दोनों नेता चुनाव हार गए थे। राहुल गांधी ने रायबरेली के साथ-साथ वायनाड से भी जीत हासिल की थी, लेकिन उन्होंने वायनाड की सीट छोड़ दी। वह अब लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष हैं। कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव 2024 में कुल 99 सीटें जीती थीं और इनमें राहुल गांधी दो सीटों पर विजयी रहे थे।
खर्च की अधिकतम सीमा 90 लाख रुपये
बता दें कि किसी उम्मीदवार द्वारा चुनाव प्रचार पर किए जाने वाले खर्च की एक सीमा है, लेकिन राजनीतिक दलों के लिए ऐसी कोई सीमा नहीं है। जनवरी 2022 में निर्वाचन आयोग की सिफारिश के आधार पर सरकार ने लोकसभा चुनाव में उम्मीदवारों के लिए चुनाव खर्च सीमा 70 लाख रुपये से बढ़ाकर 95 लाख रुपये और विधानसभा चुनाव के लिए 28 लाख रुपये से बढ़ाकर 40 लाख रुपये कर दी थी। लोकसभा चुनाव के लिए संशोधित व्यय सीमा अब बड़े राज्यों के लिए 90 लाख रुपये और छोटे राज्यों के लिए 75 रुपये है। वर्ष 2024 का लोकसभा चुनाव सात चरणों में हुआ और नतीजे 4 जून आए थे। (इनपुट-एजेंसी)