नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने मणिपुर के हालात को लेकर एक वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर किया है। करीब पांच मिनट का यह वीडियो राहुल गांधी के मणिपुर दौरे पर केंद्रित है। इस वीडियो में राहुल गांधी को मणिपुर के हिंसा प्रभावित लोगों से मुलाकात करते हुए दिखाया गया है।
मणिपुर के हालात में आज भी सुधार नहीं
राहुल गांधी ने बृहस्पतिवार को कहा कि ‘‘मणिपुर की स्थिति में आज भी सुधार नहीं हुआ है और वह दो टुकड़ों में बंटा हुआ है’’, ऐसे में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को राज्य का दौरा कर लोगों की तकलीफ सुननी चाहिए और शांति की अपील करनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के घटक दल मणिपुर में शांति की ज़रूरत को संसद में पूरी शक्ति के साथ उठाकर, सरकार पर इस त्रासदी को खत्म करने का दबाव बनाएंगे। राहुल गांधी ने गत सोमवार को मणिपुर का दौरा कर हिंसा पीड़ितों से मुलाकात की थी। उन्होंने अपने इस दौरे का एक वीडियो बृहस्पतिवार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर साझा किया। उन्होंने कहा कि 22 जुलाई से आरंभ हो रहे संसद के मानसून सत्र में मणिपुर का मुद्दा उठाएंगे।
संसद में इस मुद्दे को उठाएंगे
राहुल गांधी ने यह वीडियो शेयर करते हुए लिखा-मणिपुर में हिंसा शुरू होने के बाद, मैं तीसरी बार यहां आ चुका हूं, मगर अफसोस स्थिति में कोई सुधार नहीं है - आज भी प्रदेश दो टुकड़ों में बंटा हुआ है। घर जल रहे हैं, मासूम ज़िंदगियां खतरे में हैं और हज़ारों परिवार relief camp में जीवन काटने पर मजबूर हैं। प्रधानमंत्री को मणिपुर खुद आ कर प्रदेशवासियों की तकलीफ़ सुनते हुए शांति की अपील करनी चाहिए। कांग्रेस पार्टी और INDIA मणिपुर में शांति की ज़रूरत को संसद में पूरी शक्ति के साथ उठाकर, सरकार पर इस त्रासदी को खत्म करने का दबाव बनाएंगे।
हिंसा में 200 से ज्यादा लोगों की गई जान
बता दें कि राहुल गांधी ने सोमवार को मणिपुर का दौरा किया और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से जातीय संघर्ष प्रभावित राज्य में आकर लोगों को सांत्वना देने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी (मणिपुर में) शांति बहाली के लिए सरकार के किसी भी कदम का समर्थन करेगी। उन्होंने मणिपुर की त्रासदी को ‘‘भयंकर’’ करार देते हुए कहा था कि पिछले साल मई में हिंसा शुरू होने के बाद से यह राज्य की उनकी तीसरी यात्रा है, लेकिन उन्हें ‘‘स्थिति में कोई सुधार नहीं दिख रहा है।’’ कांग्रेस नेता मणिपुर के एक-दिवसीय दौरे पर थे, जहां पिछले साल मई से मेइती और कुकी समुदायों के बीच जातीय हिंसा में 200 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। उन्होंने बीजेपी शासित राज्य के विभिन्न जिलों में तीन राहत शिविरों का दौरा किया और हिंसा के कारण विस्थापित हुए दोनों जातीय समूहों के लोगों से बातचीत की।