कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के संबोधन के बाद असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा नाराज हो गए हैं। उन्होंने ट्विटर पर इस बाबत लिखा कि राहुल के दावों का फैक्ट चेक करने लगे। उन्होंने कहा कि पहले विदेशी एजेंटों द्वारा हमें टार्गेट किया जाता था। लेकिन अब विदेशी धरती पर हमारे अपने ही हमें टारगेट कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कैम्ब्रिज में दिया गया राहुल गांधी का भाषण और कुछ नहीं, बल्कि पीएम नरेंद्र मोदी की आड़ में भारत को विदेशी धरती पर नीचा दिखाने की शर्मनाक कोशिश थी।
राहुल गांधी पर बरसे हिमंत बिस्वा सरमा
असम के सीएम ने कहा कि राहुल गांधी का कहना है कि भारत में लोकतंत्र खतरे में है। क्योंकि वे खुलकर नहीं बोल सकते हैं। आगे हिमंत बिस्वा सरमा ने फैक्ट्स गिनाया। उन्होंने लिखा फैक्ट- मोदी सरकार द्वारा मिली सुरक्षा में वे देश में 4000 किमी की सकुशल भारत यात्रा कर पाए। उन्होंने आगे कहा कि राहुल गांधी ने पुलवामा हमले को कार बम बताते हुए कहा कि इसमें 40 सैनिक मारे गए थे। उनकी हिम्मत कैसे हुई भारतीय सेना के जवानों का अपमान करने की। उन्होंने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि सर वह बम नहीं था, वह आतंकी हमला था।
मोदी राज में की सकुशल भारत यात्रा
उन्होंने ट्वीट कर लिखा- राहुल गांधी कहते हैं कि काश्मीर में आतंकवादियों ने उन्हें देखा, लेकिन उन्हें पता था कि वह उन्हें निशाना नहीं बनाएंगे। सुरक्षा एजेंसियों को इसकी सूचना क्यों नहीं दी गई। क्या राहुल गांदी को बचाने के लिए कांग्रेस की इन आतंकवादियों के साथ कुछ समझ थी। सरमा ने राहुल गांधी के भारत जोड़ो यात्रा को लेकर कहा कि आप कहते हैं कि भारतीय लोकतंत्र खतरे में है लेकिन आपके अपनी यात्रा में 4000 किमी की भारत यात्रा सकुशल की। जबकि कांग्रेस के राज में भाजपा नेतृत्व द्वारा की जाने वाली रैलियों को रोका जाता था।
(इनपुट-आईएएनएस)