शिमला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों में बड़ी जीत हासिल करने के बाद कांग्रेस के सामने अब एक नई मुश्किल खड़ी हो गई है। पार्टी के कुछ कार्यकर्ता पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह को मुख्यमंत्री बनाए जाने के पक्ष में हैं, जबकि कुछ कार्यकर्ता कद्दावर नेता सुखविंदर सिंह सुक्खू के पक्ष में लामबंद हो गए हैं। शुक्रवार की शाम राजधानी शिमला में स्थित कांग्रेस हेडक्वॉर्टर के बाहर प्रतिभा सिंह के समर्थन में समर्थकों ने नारेबाजी की तो वहीं, सुखविंदर सिंह सुक्खू को उनके समर्थक कंधे पर बैठाकर कांग्रेस कार्यालय पहुंचे।
सुक्खू बोले- मैं मुख्यमंत्री की दौड़ में नहीं
हालांकि जब कांग्रेस नेता सुखविंदर सिंह सुक्खू से सीएम पद की दावेदारी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हम कोई मुख्यमंत्री की दौड़ में नहीं हैं। पार्टी आलाकमान जो फैसला करेगा हम उसके साथ हैं। वहीं कांग्रेस के एक और विधायक हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि जो भी फैसला कांग्रेस आलाकमान लेगा वह हमें मंजूर होगा। हम अपनी बात रखेंगे, चुने हुए विधायकों की राय के अनुसार फैसला होगा।
कांग्रेस दफ्तर में पर्यवेक्षक भी हैं मौजूद
कांग्रेस पर्यवेक्षकों ने शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल से मुलाकात कर पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों की सूची सौंपी और सरकार गठन का आधिकारिक दावा पेश करने के लिए “समय मांगा”। शिमला में मौजूद राज्य प्रभारी राजीव शुक्ला ने विधायक दल की बैठक को लेकर कहा कि कोई बैठकों का दौर नहीं चल रहा है। सब (विधायक) रास्ते में हैं उनके पहुंचने का इंतजार हो रहा है। यह कहना की बैठक हो रही है, वह गलत है। कोई बैठक नहीं हो रही। विधायक दल की बैठक होगी जिसमें मुख्यमंत्री पर प्रस्ताव पारित होगा उसके बाद आलाकमान तय करेगा।
दोनों पक्षों की ओर से जमकर हुई नारेबाजी
राज्य के मुख्यमंत्री पद के लिए पार्टी में जबरदस्त जोर-आजमाइश देखने को मिल रही है। शाम को होने वाली नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक से पहले कांग्रेस सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह ने संकेत दिया कि वह मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल हैं। कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ताओं ने पार्टी की प्रदेश अध्यक्ष सिंह के समर्थन में नारेबाजी भी की। पार्टी की राज्य इकाई के पूर्व प्रमुख सुखविंदर सिंह सुक्खू और निवर्तमान विधायक दल के नेता मुकेश अग्निहोत्री भी मुख्यमंत्री पद की दौड़ में हैं।