झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने बृहस्पतिवार को दुमका लोकसभा सीट के लिए शिकारीपाड़ा के अपने विधायक नलिन सोरेन को प्रत्याशी घोषित किया। इसी के साथ पार्टी ने स्पष्ट किया कि जेल में बंद पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन दुमका सीट से चुनाव नहीं लड़ेंगे। पहले ऐसी अटकलें लगायी जा रही थीं। पार्टी ने टुंडी के अपने विधायक मथुरा प्रसाद महतो को गिरिडीह लोकसभा सीट से मैदान में उतारा है। झामुमो के एक पदाधिकारी ने कहा, ‘‘पार्टी ने नलिन सोरेन को दुमका तथा मथुरा प्रसाद महतो को गिरिडीह से चुनाव मैदान में उतारने का निर्णय लिया है।’’
हेमंत सोरेन की भाभी को भाजपा ने बनाया उम्मीदवार
भाजपा पहले ही पूर्व झामुमो विधायक तथा हेमंत सोरेन की भाभी सीता सोरेन को दुमका संसदीय (अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित) सीट पर उतार चुकी है। भाजपा ने दो मार्च को अपने निवर्तमान सांसद सुनील सोरेन को दुमका से फिर प्रत्याशी बनाया था, लेकिन बाद में उसने उनकी उम्मीदवारी वापस ले ली ताकि सीता सोरेन को वहां से उम्मीदवार बनाया जा सके। सुनील सोरेन ने 2019 के चुनाव में झामुमो अध्यक्ष शिबू सोरेन को 47,590 मतों के अंतर से हराया था। तीन बार की विधायक और पार्टी के दिग्गज नेता शिबू सोरेन की बड़ी पुत्रवधू सीता सोरेन पिछले महीने भाजपा में शामिल हो गयी थीं।
कहां से कौन लड़ेगा चुनाव
उन्होंने आरोप लगाया था कि 2009 में पति दुर्गा सोरेन की मृत्यु हो जाने के बाद ‘झामुमो ने उनकी उपेक्षा की’ तथा उन्हें ‘अलग-थलग’ कर दिया था। कांग्रेस ने 27 मार्च को तीन लोकसभा क्षेत्रों- लोहरदगा, खूंटी और हजारीबाग के लिए अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की थी। कांग्रेस की ओर से कालीचरण मुंडा, सुखदेव भगत और जय प्रकाशभाई पटेल क्रमश: खूंटी (सुरक्षित), लोहरदगा (सुरक्षित) और हजारीबाग सीट से चुनाव लड़ेंगे। विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन के नेताओं के अनुसार राज्य में सभी 14 लोकसभा क्षेत्रों के लिए सीट के बंटवारे को प्रारंभिक तौर पर अंतिम रूप दिया जा चुका है।
5 सीटों पर चुनाव लड़ेगा झामुमो
प्रारंभिक समझौते के मुताबिक कांग्रेस सात और झामुमो पांच सीट पर चुनाव लडेगी। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और भाकपा (माले) लिबरेशन एक-एक सीट पर प्रत्याशी उतारेगी। भाकपा (माले) लिबरेशन ने 30 मार्च को बगोडर के तीन बार के अपने विधायक विनोद कुमार सिंह को कोडरमा सीट पर प्रत्याशी बनाने की घोषणा की थी। भाजपा 13 सीट पर अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर चुकी है तथा उसने गिरिडीह सीट आजसू पार्टी के लिए छोड़ दी है।
(इनपुट-भाषा)